गर्मी में भी गर्म पानी पीने को विवश हैं थके-हारे रेलयात्री

श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से बड़ी संख्या में प्रवासियों का आगमन हो रहा है। जबकि वाराणसी-जंघई रेलखंड के प्रमुख भदोही स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है। खानपान की दुकानों पर ताले हैं तो पेयजल व्यवस्था भी नाकाफी साबित हो रही है। दूर दराज की ट्रेनों से दो से तीन दिन की यात्रा के बाद स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों को पीने का पानी भी नहीं मिल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 07:27 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 07:27 PM (IST)
गर्मी में भी गर्म पानी पीने को विवश हैं थके-हारे रेलयात्री
गर्मी में भी गर्म पानी पीने को विवश हैं थके-हारे रेलयात्री

जासं, भदोही : श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से बड़ी संख्या में प्रवासियों का आगमन हो रहा है। जबकि वाराणसी-जंघई रेलखंड के प्रमुख भदोही स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है। खानपान की दुकानों पर ताले हैं तो पेयजल व्यवस्था भी नाकाफी साबित हो रही है। दूर दराज की ट्रेनों से दो से तीन दिन की यात्रा के बाद स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों को पीने का पानी भी नहीं मिल रहा है। इसके कारण लोगों को भारी असुविधा हो रही है। रविवार को इसे लेकर यात्रियों ने रोष जताया था। हालांकि प्रशासन ने स्टेशन के बाहर स्थित दुकानों से मिनिरल वाटर की खरीदारी की छूट देकर राहत प्रदान की थी। कहा जा रहा है कि रेलवे अथवा जिला प्रशासन ने स्टेशन पर जरूरी सुविधा का ध्यान नहीं दिया तो किसी दिन हंगामा हो सकता है।

श्रमिक ट्रेनों के संचालन के क्रम में गत बुधवार से रविवार तक आधा श्रमिक दर्जन ट्रेनें भदोही आ चुकी हैं। इस दौरान 2360 यात्रियों को स्टेशन पर उतारा जा चुका है। इसमें 12 सौ यात्री जनपद निवासी थे। सौ दो सौ यात्रियों तक तो ठीक है लेकिन अधिक संख्या में यात्रियों की आमद होते ही व्यवस्था छिन्न भिन्न हो जाती है। गुरुवार को ऐसा ही नजारा देखने को मिला था।

कार्यकारी स्टेशन अधीक्षक आलोक कुमार का कहना है कि ट्रेनों का परिचालन बंद होने के कारण स्टेशन की खानपान व अन्य आवश्यक सामानों की दुकानें बंद हैं। पेयजल आपूर्ति सुचारू है लेकिन मशीनें खराब होने के कारण ठंडे पानी का अभाव है। बावजूद इसके प्रवासियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।

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