चंद घंटों में खुली विपक्षी एकता की पोल

लगभग डेढ वर्ष से ठप गजिया ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए सोमवार दोपहर को शुरू हुआ धरना प्रदर्शन व क्रमिक अनशन शाम होते होते समाप्त हो गया। धरना स्थल पर पहुंचे सांसद ने जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराने का आश्वासन देकर आंदोलन का समापन करा दिया। इसके लिए सर्वदलीय टीम ने दो सप्ताह की मोहलत देते हुए कहा कि बावजूद इसके कार्य शुरू नहीं हुआ तो रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। नगर को जाम

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Dec 2018 06:58 PM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2018 12:05 AM (IST)
चंद घंटों में खुली विपक्षी एकता की पोल
चंद घंटों में खुली विपक्षी एकता की पोल

जागरण संवाददाता, भदोही : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सत्ता और विपक्षियों द्वारा अपनी-अपनी राजनीति चमकाने के लिए नित नए मुद्दे खड़े किए जा रहे हैं। कालीन नगरी भी इस तरह की सरगर्मी से अछूती नहीं है। सपा, बसपा सहित अन्य विपक्षियों द्वारा जनता के मुद्दों को उठाया तो जा रहा है, लेकिन साफतौर पर सिर्फ राजनीति चमकाने के लिए। ऐसा ही नजारा सोमवार को देखने को तब मिला, जब राजनीति के कुचक्र में फंसकर अटके गजिया ओवरब्रिज निर्माण को शुरू कराने को लेकर महीने भर पहले आर-पार की लड़ाई के दावे की पोल चंद घंटों में ही खुल गई। सांसद के आश्वासन देने भर से आंदोलन को समाप्त कर दिया गया।

सांसद वीरेंद्र ¨सह के आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त हो गया लेकिन सर्वदलीय नेताओं ने दो सप्ताह में निर्माण कार्य नहीं शुरू होने पर रेल-रोको आंदोलन करने की बात कही। बताते चलें कि नगर को जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए सपा शासन में वर्ष 2014 में उक्त ब्रिज का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद उक्त ब्रिज का निर्माण कार्य ठप हो गया। इसे लेकर कई बार सपा द्वारा आंदोलन भी किया गया, लेकिन कार्य शुरू नहीं हो सका। गत दिनों जाम में एंबुलेंस फंसने के कारण मीरजापुर जनपद के एक व्यक्ति की मौत के बाद ब्रिज निर्माण को लेकर आरपार की लड़ाई लड़ने की योजना बनी। पूर्व विधायक जाहिद बेग के नेतृत्व भाकपा, माकपा, अभाकिस, कांग्रेस सहित कई संगठनों के लोग एक झंडे के नीचे आ गए।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दलों के लोग अपने-अपने समर्थकों संग सुबह साढ़े दस बजे से ही नगर पालिका कार्यालय के सामने ब्रिज के नीचे जमा होने लगे थे। दोपहर 12 बजे तक भारी भीड़ जमा हो गई तथा नेताओं ब्रिज निर्माण को लेकर आवाज बुलंद किया। वक्ताओं ने कहा कि इंदिरा मिल का ब्रिज जनता को समर्पित हो गया लेकिन गजिया ब्रिज दूषित राजनीति का शिकार हो कर रह गया। जब तक ब्रिज निर्माण पुन: प्रारम्भ नहीं हो जाता तब तक यह अनशन चलता रहेगा। इस बीच एसडीएम यमुनाधर चौहान तथा क्षेत्राधिकारी अभिषेक पांडेय ने भी लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। बहरहाल शाम लगभग चार बजे पहुंचे सांसद वीरेंद्र ¨सह मस्त ने आश्वासन देते हुए जल्द ही ब्रिज निर्माण शुरू कराने का भरोसा दिलाया तब कहीं लोग मानने को तैयार हुए। इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष मो. आरिफ सिद्दीकी, पूर्व विधायक मधुबाला पासी, हाजी शाहिद हुसैन, पन्नालाल यादव, फूलचंद्र यादव आदि थे। मायूस हुए समर्थक

अलग-अलग दलों व संगठनों द्वारा धरना स्थल पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। सपाई जहां दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ आए तो भाकपा, माकपा, अभाकिस सहित अन्य दलों के लोग भी अपने अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। इस दौरान रात में रुकने के लिए भी दस लोगों की टीम बनाई गई थी, लेकिन सांसद ने आंदोलन ही समाप्त करा दिया। जिससे सभी दलों के कार्यकर्ताओं को मायूसी ही हाथ लगी।

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