धान की खरीद मंद गति से होने के कारण बढ़ी किसानों की दिक्कत

सुरियावा (भदोही): स्थानीय क्रय केंद्र पर हो रही धीमी गति से धान की खरीदारी को लेकर किसान परेशान हैं।

By Edited By: Publish:Mon, 05 Dec 2016 07:27 PM (IST) Updated:Mon, 05 Dec 2016 07:27 PM (IST)
धान की खरीद मंद गति से होने के कारण बढ़ी किसानों की दिक्कत

सुरियावा (भदोही): स्थानीय क्रय केंद्र पर हो रही धीमी गति से धान की खरीदारी को लेकर किसान परेशान हैं। गेहूं की बोआई के लिए किसान जल्दबाजी में हैं, लेकिन धान की बिक्री नही हो पाने के कारण दिक्कतें बढ़ गई हैं। धान बेचकर किसान मिलने वाले पैसे का उपयोग गेहूं के खाद बीज की खरीदारी में करते हैं।

धान की खरीदारी पिछले महीने से ही चल रही है। हालांकि नियमित रूप से खरीदारी नही होने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि विभाग महीने में औसतन पंद्रह दिन ही धान की खरीदारी करता है। शेष दिन अवकाश व सरकारी सस्ते गल्ले का खाद्यान्न वितरण में व्यतीत कर दिया जाता है। इससे चाहकर भी अधिकारी धान की खरीद के लिए समय नहीं निकाल पाते। कहा जा रहा है कि जिन किसानों ने अपनी उपज बेची है, उनका पैसा भी समय से खाते में नहीं पहुंच पा रहे हैं। इससे किसानों को गेहूं की बोआई के लिए पैसों का प्रबंध कर पाना मुश्किल का काम हो गया है। हालांकि केंद्र प्रभारी दिवाकर राय का कहना है कि खाद्यान्न के उठान के बाद पूरा समय धान की खरीदारी के लिए दिया जा रहा है।

घटिया खाद बीज की हो रही बिक्री

घटिया खाद बीज की हो रही बिक्री से किसान परेशान हैं। बड़े किसान तो साधन सहकारी समितियों से किसी तरह खाद बीज खरीद रहे हैं। लेकिन परेशानी छोटे किसानों को हो रही है, जो मजबूरी में बाजार से घटिया फुटकर खाद खरीदने को विवश हैं।

साधन सहकारी समितियों पर फुटकर खाद व बीज न मिलने से किसान खुले बाजार से खरीदारी कर रहे हैं। एक तो दुकानदार फुटकर में खाद व बीज महंगा दे रहे हैं। उसमें शुद्धता की गारंटी नही होती। बाजार में धड़ल्ले से हो रही मिलावटी खाद बीज की बिक्री पर नागरिकों ने तत्काल रोक लगाने की मांग की है।

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