Raksha Bandhan 2020 : तीन तलाक पीड़िताओं ने पीएम मोदी को भेजी राखी, दीर्घायु की कामना

मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण कानून के एक वर्ष पूरे हो गए। शनिवार को जिले की तीन तलाक पीड़िताओं ने प्रधानमंत्री मोदी की दीर्घायु की कामना करते हुए उनके लिए राखियां भेजी है।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Sat, 01 Aug 2020 09:17 PM (IST) Updated:Sun, 02 Aug 2020 09:42 AM (IST)
Raksha Bandhan 2020 : तीन तलाक पीड़िताओं ने पीएम मोदी को भेजी राखी, दीर्घायु की कामना
Raksha Bandhan 2020 : तीन तलाक पीड़िताओं ने पीएम मोदी को भेजी राखी, दीर्घायु की कामना

बरेली, जेएनएन : मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण कानून के एक वर्ष पूरे हो गए। शनिवार को जिले की तीन तलाक पीड़िताओं ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दीर्घायु की कामना करते हुए उनके लिए राखियां भेजीं। इस दौरान आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी की अध्यक्ष निदा खान ने कहा कि इस कानून के लिए बरेली की महिलाओं ने लंबी लडाई लड़ी तब जाकर इस कुप्रथा से आजादी मिली है।

कानून बनने के एक वर्ष पूरे होने पर आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी के कार्यालय पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें तीन तलाक पीड़िताओं को सोसायटी की अध्यक्ष निदा खान की ओर से सम्मानित किया गया। इन सभी पीड़िताओं ने तीन तलाक के विरुद्ध डटकर लड़ाई लड़ी थी। सोसायटी की अध्यक्ष निदा खान ने कहा कि इन सभी महिलाओं के हौसले से ही तीन तलाक से आजादी मिली है। कानून बनने के बाद तीन तलाक के मामलों में काफी कमी आई है। हालांकि महिलाओं के उत्पीड़न पर स्थानीय प्रशासन को भी प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। इसके बाद सभी तीन तलाक पीड़िताओं ने पीएम मोदी को भेजने के लिए राखियां सौंपी।

शुरुआत में आई दिक्कतें

निदा खान ने कहा कि कानून बनने के बाद भी शुरुआती दिनों में महिलाओं को संघर्ष करना पड़ा। तीन तलाक के मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस के कई बार चक्कर काटने पड़े। पुलिस इन मामलों को नजर अंदाज करती थी। लेकिन अब मामले दर्ज किए जा रहे हैं। निदा खान ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा, तलाक और बहुविवाह की घटनाएं बढ़ गई थीं। स्थानीय पुलिस और प्रशासन को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। 

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