पहले खुद कोरोना को हराया, अब दूसरों के लिए भी बनेंगे मददगार

कोरोना संक्रमण की चपेट में आने का दर्द वही समझ सकता है जो इसका शिकार हुआ हो। जिले में पांच सौ से अधिक ऐसे लोग हैं जो कोरोना को मात दे चुके हैं।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 27 Jul 2020 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 27 Jul 2020 01:40 PM (IST)
पहले खुद कोरोना को हराया, अब दूसरों के लिए भी बनेंगे मददगार
पहले खुद कोरोना को हराया, अब दूसरों के लिए भी बनेंगे मददगार

बरेली, जेएनएन । कोरोना संक्रमण की चपेट में आने का दर्द वही समझ सकता है, जो इसका शिकार हुआ हो। जिले में पांच सौ से अधिक ऐसे लोग हैं, जो कोरोना को मात दे चुके हैं। अभी जिले में सात से अधिक कोरेाना संक्रमित लोग अस्पतालों में भर्ती हे। इनमें से 30 से 40 गंभीर बीमारियों व परेशानी से जूझ रहे हैं। अब तक हुए प्रयासों में प्लाज्मा थेरेपी कारगार साबित हुई है। अब जिले में यह थेरेपी जल्द शुरू होने का है। इससे लोगों की उम्मीदें भी बढ़ी हैं। ऐसे में अब वह लोग अहम भूमिका अदा करेंगे जो कोरोना से लड़कर उसे मात दे चुके हैं। जिले के कई ऐसे कोरोना विजेता प्लाज्मा देने को अभी से तैयार हैं।

प्लाज्मा लेने से पहले होगा एंटी बॉडी टेस्ट

जिले के जो संक्रमित ठीक हो चुके हैं। उनका प्लाज्मा लेने से पहले उनका टेस्ट किया जाएगा। इसमें देखेंगे कि संबंधित व्यक्ति में एंटी बॉडी जेनऐट हुए या नहीं। ब्लड लेकर उसमें से प्लाज्मा को अलग कर एंटीबॉडी तलाशी जाएगी। एंटी बॉडी होने पर संबंधित व्यक्ति का प्लाज्मा लिया जाएगा।

रेडियोलॉजिस्ट में नहीं मिले एंटीबॉडी

जिले में संक्रमित होने वाले पहले चिकित्सक रेडियोलॉजिस्ट डा. मनीष ने बताया कि वह प्लाज्मा देना चाहते हैं। इसके लिए उनके जानने वाले एक जन ने फोन किया तो उन्होंने अपनी जांच कराई। जांच कराने पर पता चला कि उनमें एंटीबॉडी बने ही नहीं।

किसी के काम आऊं यह सौभाग्य की बात

व्यापारी नेता शोभित सक्सेना ने बताया कि जिले में प्लाज्मा थेरेपी शुरू हो रही है, इसकी जानकारी मिली है। अगर ऐसा है तो संक्रमितों के लिए अपना प्लाज्मा देने में कोई दिक्कत नहीं है। किसी की जान बचा सकूूं यह तो सौभाग्य की बात है।

यहां कोई दिक्कत नहीं

जिले के पहले संक्रमित महेश कुमार ने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी के लिए पहले भी फोन आए लेकिन लोग दिल्ली ले जाना चाहते थे। दिल्ली में संक्रमण का खतरा अधिक है। पहले वहीं से संक्रमित हो गया था। इस कारण वहां नहीं गया। बरेली में ही अगर यह सुविधा होगी तो खुद और अपने परिवार के लोगों को भी प्लाज्मा देने के लिए कहेंगे।

आइएमए ने शुरू की तैयारी

आइएमए अध्यक्ष डा. राजेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि ब्लड बैंक में ही प्लाज्मा स्टोर करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। आइएमए की ब्लड बैंक देश में बेहतर ब्लड बैंक में है। यहां प्लाज्मा निकालने, एंटी बॉडी टेस्ट करने संबंधी सभी मशीन हैं। इन्हें शुरू कराने के लिए रुटीन वर्क शुरू कर दिया गया है। प्लाज्मा थेरेपी जिले में शुरू हो इसके लिए आइएमए ने ही पहल की थी।

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