Bareilly Urs-e-Tajushshariya : बरेली में कुल शरीफ में उमड़ा जनसैलाब, पेश किया अकीदत का नजराना

Bareilly Urs e Tajushshariya दरगाह ताजुश्शरिया और मदरसा जामियातुर रज़ा के अलावा लोगो ने मस्जिदों खानकाहों अपने घरों मोहोल्लो दुकानों में बड़ी शान-ओ-शौकत के साथ उर्स मनाया। आइटी सेल प्रभारी अतीक अहमद हश्मती ने बताया की उर्स के आनलाइन प्रसारण हिंदुस्तान समेत पूरी दुनिया में किया गया है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 08 Jun 2022 09:24 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jun 2022 09:24 AM (IST)
Bareilly Urs-e-Tajushshariya : बरेली में कुल शरीफ में उमड़ा जनसैलाब, पेश किया अकीदत का नजराना
Bareilly Urs-e-Tajushshariya : बरेली में कुल शरीफ में उमड़ा जनसैलाब, पेश किया अकीदत का नजराना

बरेली, जेएनएन। Bareilly Urs-e-Tajushshariya: दरगाह आला हजरत परिसर दरगाह ताजुश्शरिया और मथुरापुर स्थित मदरसा जामियातुर रज़ा में सुन्नी बरेलवी मसलक के हुज़ूर ताजुश्शरिया हजरत मुफ्ती मोहम्मद अख़्तर रज़ा खां (अजहरी मियां) का चौथा सालाना दो रोजा उर्स-ए-ताजुश्शरिया में धूमधाम से मनाया गया।

दरगाह ताजुश्शरिया के सज्जादानशीन काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती मोहम्मद असजद रजा खां कादरी (असजद मियां) की सरपरस्ती और जमात रज़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उर्स प्रभारी सलमान मियां की सदारत व जमात रज़ा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान मियां की निगरानी में कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। दरगाह ताजुश्शरिया और मदरसा जामियातुर रज़ा के अलावा लोगो ने मस्जिदों, खानकाहों, अपने घरों, मोहोल्लो, दुकानों में बड़ी शान-ओ-शौकत के साथ उर्स मनाया।

उर्स के दूसरे दिन मंगलवार को दरगाह ताजुश्शरिया पर फज्र की नमाज के बाद कुरानख्वानी और नात-ओ-मनकबत की महफ़िल सजाई गई। सुबह 07.10 मिनट पर हुज़ूर ताजुश्शरिया के वालिद-ए-गिरामी हुज़ूर मुफस्सिर-ए-आज़म हज़रत इब्राहीम रज़ा ख़ान (जिलानी मियां) के कुल शरीफ की रस्म अदा की गई।

इसके बाद दिन भर दरगाह आला हजरत और दरगाह ताजुश्शरिया पर मुरीदों व चाहने वालों की हाज़िरी व गुलपोशी का सिलसिला चलता रहा। मुख्य कार्यक्रम का आगाज मदरसा जामियातुर रजा में दोपहर दो बजे कारी फैजू नबी ने तिलावत-ए-कुरान से किया।

नातख्वा रफीक रजा कादरी मुंबई, सय्यद कैफी, नईम रज़ा तहसीनी, मुस्ताफ़ा मुर्तज़ा अजहरी और मुफ्ती फैसल ने नात-ओ-मनकबत का नजराना पेश किया। इसके बाद उल्मा-ए-इकराम व मुफ्ती-ए-इकराम ने ताजुश्शरिया की जिंदगी पर रोशनी डाली। काजी-ए-हिंदुस्तान ने कहा नबी की शान में गुस्ताखी करने वालों को हुकूमत जेल भेजे।

एक के बाद एक गुस्ताखियो का सिलसिला अब बर्दाश्त नहीं होगा। मौलाना आफताब कासिम साउथ अफ्रीका, मौलाना शम्स तबरेज रामपुरी, मुफ्ती शाहजाद, मौलाना अब्दुल मुस्तफा हाशमती, मुफ्ती शमशाद अहमद आदि ने तकरीर की। इसके बाद 07.14 मिनट पर हुजूर ताजुश्शरिया का कुल शरीफ मथुरापुर स्थित मदरसा जामियातुर रजा में मनाया गया।

फातिहा कारी शर्फुद्दीन ने शिजरा मोहद्दिस-ए-कबीर जिया उर मुस्तफा ने पढ़ा। मुफ्ती असजद मियां ने देश में अमन-ओ-अमान के लिए दुआ की। अंत में सलातो सलाम के साथ ताजुश्शरिया के दो रोज़ा उर्स का समापन हुआ। उर्स की निजामत मौलाना गुलजार ने की।

इस मौके पर हुस्साम मियां, हुम्माम मियां, मुफ्ती आशिक हुसैन, बुरान मिया, मंसूब मिया, मौलाना अज़ीमुद्दीन, कारी काज़िम रज़ा, मौलाना अब्दुल कादिर, मौलाना शकील, कारी फैज़ू नबी, मौलाना शाहमत रज़ा, मौलाना शकील, मौलाना जाहिद रज़ा आदी मौजूद रहें।

आइटी सेल प्रभारी अतीक अहमद हश्मती ने बताया की उर्स के आनलाइन प्रसारण हिंदुस्तान समेत पूरी दुनिया के देशों जैसे मदीना शरीफ, दुबई, बांग्लादेश, पाकिस्तान, मलेशिया, तुर्की, इंडोनेशिया, ईरान, लीबिया, कतर, ओमान, जिम्बाब्वे, जॉर्डन, मिस्र, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, हॉलैंड, श्रीलंका आदि देशों में किया गया। दो दिन के कार्यक्रम को लगभग 25 लाख जायरीन ने आइफ़ोन, एंड्राइड फोन, आइ पैड, लैपटॉप, डेस्कटाप पर उर्स का लाइव ओडियो प्रसारण सुना।

उर्स की व्यवस्थाओं में इनका रहा खास सहयोग

डा. मेहंदी हसन, हाफिज इकराम रजा, शमीम अहमद, कौसर अली, समरान खान, मोईन खान, अब्दुल्लाह रजा खां, मौलाना निजामुद्दीन, बख्तियार खां, नदीम अहमद सुभानी, मोईन अख्तर, नवेद असलम, कौसर अली, दन्नी अंसारी, गुलाम हुसैन, आबिद नूरी आदि का सहयोग रहा।

chat bot
आपका साथी