बजट की आस में ठप है सीएचसी का निर्माण

बलरामपुर : तीन वर्ष पूर्व जिस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण शुरू हुआ था वह आधा-अधूरा र

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Jan 2018 10:40 PM (IST) Updated:Wed, 17 Jan 2018 10:40 PM (IST)
बजट की आस में ठप है सीएचसी का निर्माण
बजट की आस में ठप है सीएचसी का निर्माण

बलरामपुर : तीन वर्ष पूर्व जिस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण शुरू हुआ था वह आधा-अधूरा रह गया। जिससे जरूरतमंदों को इसका लाभ नहीं मिल सका। एक करोड़ रुपये भी पानी की तरह बहा दिए गए। बजट की आस में काम अटका होने की बात कहकर जिम्मेदार अफसर कार्रवाई किए जाने से पल्ला झाड़ रहे हैं। हरैया सतघरवा क्षेत्र स्थित पांडेयपुरवा गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण की हरी झंडी मिली। इसके लिए छह करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए। तत्कालीन वन मंत्री ड़ॉ. एसपी यादव ने भवन निर्माण का शुभारंभ किया। पहली किस्त एक करोड़ रुपए अवमुक्त की गई। अस्पताल का निर्माण का शुरू हुआ। इसी बीच बजट का अभाव हो गया। कार्यदायी संस्था ने बजट के अभाव में काम बंद कर दिया। तीन साल बाद भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। राम गोपाल यादव, कृष्ण कुमार पांडेय का कहना है कि निर्माण शुरू होने से जंगल से सटे तराई क्षेत्र के करीब 70 गांव के हजारों लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिलने की उम्मीद जगी थी लेकिन उनकी मंशा पूरी नहीं हो सकी। महेश कुमार, रामरुप मौर्य ने बताया कि प्राथमिक उपचार के लिए गुगौलीकला जाना पड़ता है। जहां कुत्ता काटने व सांप के डसने का इलाज नहीं होता है। पीड़ित को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुरा जाना पड़ता है। जुगल किशोर पाल व रक्षाराम वर्मा ने बताया कि केंद्र बनने से नेपाल से सटे जंगलवर्ती गांव के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिलने लगती लेकिन ऐसा नहीं हो सका। सीएमओ डॉ. घनश्याम ¨सह ने बताया कि छह-छह करोड़ की लागत से जिले में तीन सीएचसी हरैय्यासतघरवा, महदेइया व रेहरा बाजार का निर्माण शुरू हुआ था लेकिन दूसरी किस्त न मिलने से कार्य पूरा नहीं हो सका। बजट की मांग की गई है। इसके मिलते ही कार्यदायी संस्था निर्माण शुरू कर देगी।

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