ऑक्सीजन के फेर में टूट रही सांसों की डोर

संसू बहराइच जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। मरीजों को इमरजेंसी में भी ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। तीमारदार मरीजों की जिदगी बचाने के लिए जिद्दोजहद कर रहे हैं लेकिन ऑक्सीजन की कमी से मरीजों के सांसों की डोर टूट रही है। सोमवार देर रात ऑक्सीजन की कमी दो जिंदगियों पर भारी पड़ गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:33 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:33 PM (IST)
ऑक्सीजन के फेर में टूट रही सांसों की डोर
ऑक्सीजन के फेर में टूट रही सांसों की डोर

संसू, बहराइच : जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। मरीजों को इमरजेंसी में भी ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। तीमारदार मरीजों की जिदगी बचाने के लिए जिद्दोजहद कर रहे हैं, लेकिन ऑक्सीजन की कमी से मरीजों के सांसों की डोर टूट रही है। सोमवार देर रात ऑक्सीजन की कमी दो जिंदगियों पर भारी पड़ गई।

मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सिलिंडर की मारामारी है। इमरजेंसी में भर्ती मरीज से लेकर वार्डों में भी मरीजों को ऑक्सीजन सिलिंडर तक नहीं मिल पा रहा है। सोमवार को इमरजेंसी में भर्ती कई मरीजों की हालत ऑक्सीजन न मिलने से खराब हो गई थी। काफी देर तक तक सिलिडर न आने पर तीमारदारों ने जमकर हंगामा भी काटा था। सोमवार देर रात विश्वेशरगंज निवासी दो सगे भाइयों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। गंभीर हालत में उन्हें मेडिकल कॉलेज लाया गया। परिवारजन का आरोप है कि इमरजेंसी में काफी देर तक दोनों उपचार नहीं किया गया और न ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई गई। ऐसे में पवन मिश्र ने की सांसें थम गई। चिकित्सकों ने दूसरे भाई विपिन मिश्र का इलाज करने की जगह उसे जानबूझकर लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ ले जाते समय उसकी भी मौत हो गई।

इमरजेंसी वार्ड में भर्ती एक अन्य मरीज के तीमारदार अभिषेक ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में इलाज के नाम पर मरीजों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। देहात कोतवाली के हुजूरपुर रोड निवासी मनीष श्रीवास्तव भी अपने मरीज के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए भटकते नजर आए।

मरीजों को ऑक्सीजन की कमी के चलते कोई परेशानी न हो, इस बात का ध्यान रखा जा रहा है। मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों के बेहतर उपचार के निर्देश दिए गए हैं।

-डॉ. डीके सिंह, सीएमएस मेडिकल कॉलेज

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