फर्श पर तड़प-तड़प कर मरीज की मौत, डॉक्टर का नहीं पसीजा दिल Bahraich News

बहराइच में मरीज आधे घंटे तक मरीज जमीन पर पड़ा तड़पता रहा लेकिन डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा। डॉक्टरों की मान-मनौवल करते रहे।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sat, 10 Aug 2019 08:04 PM (IST) Updated:Sat, 10 Aug 2019 08:04 PM (IST)
फर्श पर तड़प-तड़प कर मरीज की मौत, डॉक्टर का नहीं पसीजा दिल Bahraich News
फर्श पर तड़प-तड़प कर मरीज की मौत, डॉक्टर का नहीं पसीजा दिल Bahraich News

बहराइच, जेएनएन। मेडिकल कॉलेज की चौखट पर शुक्रवार रात इलाज के अभाव में एक वृद्ध मरीज की तड़प-तड़पकर मौत हो गई। इलाज के अभाव में आधे घंटे तक मरीज जमीन पर पड़ा तड़पता रहा, लेकिन डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा। परिवार के लोग इलाज के लिए डॉक्टरों की मान-मनौवल करते रहे। हद तो तब हो गई जब शव ले जाने के लिए निश्शुल्क दिया जाने वाला शव वाहन भी मृतक के परिवारजनों को को नहीं मिला। परिवारजन सरकारी सिस्टम को कोसते हुए वाहन बुक कराकर शव को घर ले गए। सीएमएस ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। 

ये है पूरा मामला 

दरअसल, रिसिया थाना क्षेत्र के अचरौरा निवासी राम प्यारे (65) पुत्र दूलल को उलटी व पेट दर्द की शिकायत पर उनका बेटा कंधई मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए लाया था। परिवारजनों का कहना है कि आपातकालीन कक्ष में मौजूद चिकित्सक डॉ. आरपी सिंह से कई बार मरीज को देखने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने वहां मौजूद चिकित्साकर्मी को इंजेक्शन लगाने के लिए भेज दिया। कंधई ने बताया कि कुछ देर बाद उसके पिता की हालत बिगड़ गई। कई बार चिकित्सक से पिता को देखने की बात कही, लेकिन वह टस से मस नहीं हुए। दर्द से छटपटाते उसके पिता आधे घंटे तक मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन कक्ष के सामने फर्श पर पड़े रहे, मगर डॉक्टर ने उन्हें नहीं देखा। तकरीबन आधे घंटे बाद इलाज के अभाव में वृद्ध की मौत हो गई। बेटे का आरोप है कि शव को ले जाने के लिए उसे निश्शुल्क वाहन तक नहीं मिला तो विवश होकर वाहन बुक कराकर शव घर ले जाया गया।   

क्या कहते हैं अफसर ? 

जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ.डीके सिंह के मुताबिक, इस मामले की शिकायत मिली है। जांच कराई जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने पर चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

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