केंद्र व राज्य कर्मियों की हड़ताल से बेजार रहा आमजन

बहराइच : बुधवार को राज्य कर्मचारी, बैंक संगठन, ट्रेड यूनियनों व श्रमिकों संघों ने केंद्र सरकार पर श

By Edited By: Publish:Thu, 03 Sep 2015 12:07 AM (IST) Updated:Thu, 03 Sep 2015 12:07 AM (IST)
केंद्र व राज्य कर्मियों की हड़ताल से बेजार रहा आमजन

बहराइच : बुधवार को राज्य कर्मचारी, बैंक संगठन, ट्रेड यूनियनों व श्रमिकों संघों ने केंद्र सरकार पर श्रमिक विरोधी नीति का आरोप लगाकर हड़ताल की। हड़ताल को सभी राज्य कर्मचारी संघों का सहयोग मिला। हड़ताल से आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रोडवेज की बंद सेवाओं से यात्रा करने वाले यात्रियों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। टेंपो व टैक्सियों ने हड़ताल में शामिल होकर लोगों का दर्द बढ़ा दिया। यही नहीं जिला चिकित्सालय में विकलांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जरूरतमंद सीएमओ दफ्तर पहुंचे, लेकिन वे भी निराश होकर वापस लौट आए। सरकारी कार्यालयों में अपने काम पूरे होने की उम्मीद लेकर गए फरियादी खाली कुर्सी देखकर मन-मसोस कर लौटने को विवश हुए। बैंकों की बंदी से उपभोक्ताओं को लेनदेन के लिए भटकना पड़ा। एटीएम भी जवाब दे गए। करोड़ों का ल नदेन प्रभावित हुआ। बैंकों की हड़ताल के दस करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ। सायं चार बजे के बाद रोडवेज बसें चलने से यात्रियों ने राहत की सांस ली और गंतव्य की ओर जा सके।

-----------------------

पुरानी पेंशन की मांग ने पकड़ा जोर

-राज्य कर्मचारी शिक्षक समन्वयक समिति एवं ट्रेड यूनियन ने कलेक्ट्रेट धरना स्थल पर केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीति के विरोध में आवाज बुलंद की। हड़ताल में उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ, यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन, यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन, ऑटो रिक्शा यूनियन, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ, बीएसएनएल इंप्लाइज यूनियन, भारतीय जीवन बीमा निगम, दवा प्रतिनिधि एसोसिएशन सहित अन्य राज्य व केंद्र सरकार के कर्मचारी संगठन शामिल हुए। मुख्य मांगों में न्यूनतम वेतन कानून में संशोधन करते हुए सबके लिए 15000 प्रतिमाह वेतन निर्धारित करते हुए मूल्य सूचकांक से जोड़ने की मांग की गई। बारामासी काम के लिए ठेके प्रथा बंद करने की पुरजोर वकालत हुई। बोनस व प्रॉविडेंट फंड की अदायगी पर सभी बाध्यताएं हटाने, ग्रेच्युटी की मात्रा बढ़ाने, नए पेंशन कानून वापस लेने और पुरानी पेंशन बहाल करने सहित 14 सूत्रीय मांगें प्रमुख रहीं।

प्रदर्शन में कर्मचारी शिक्षक समन्वयक समिति संयोजक घनश्याम मिश्र, उप्र राज्य कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष आद्याशंकर ¨सह, रूपेश जैन, आनंद पाठक, विजय उपाध्याय, पवन तिवारी, नफीस अहमद, सिद्धनाथ श्रीवास्तव, रामअधार, उप्र राज्य कर्मचारी महासंघ जिलाध्यक्ष शाहिद लाला, यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन अध्यक्ष दिनेश कुमार, मंत्री कृष्णकांत अवस्थी, ऑटो रिक्शा यूनियन के शब्बीर, इमरान, मनोज कुमार, वसी अहमद, अब्दुल हमीद, उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के डॉ.राजेश कुमार, श्रवण कुमार तिवारी, बीएसएनएल इंप्लाइज यूनियन के जिला सचिव परमजीत ¨सह सहित अन्य कर्मचारी शामिल हुए। बाद में प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा गया।

chat bot
आपका साथी