अभी पता नहीं चला मुन्ना बजरंगी की जान लेने वाली पिस्टल जेल में कैसे पहुंची

बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के इस मामले की मजिस्ट्रेटी जांच चल रही है। यहां पर एडीएम लोकपाल सिंह, अपने स्तर से जांच-पड़ताल कर रहे हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Thu, 19 Jul 2018 11:37 AM (IST) Updated:Thu, 19 Jul 2018 11:50 AM (IST)
अभी पता नहीं चला मुन्ना बजरंगी की जान लेने वाली पिस्टल जेल में कैसे पहुंची
अभी पता नहीं चला मुन्ना बजरंगी की जान लेने वाली पिस्टल जेल में कैसे पहुंची

बागपत (जेएनएन)। माफिया डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की बागपत जिला जेल में हत्या के मामले में जेल प्रशासन के साथ पुलिस की टीम भी अभी यह पता लगाने में नाकाम है कि जेल में पिस्टल कैसे पहुंची। इसके बाद ही यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि पिस्टल एक ही थी या फिर दो या तीन

पुलिस की एक टीम ने कल भी बागपत जेल में पहुंचकर बंदियों से घटना के बारे में जानकारी की। अभी भी कोई बंदी घटना के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे रहे हैं। पुलिस की टीम के साथ जेल के अफसर भी अपने स्तर से जांच पड़ताल में लगे हैं, लेकिन अभी तक यह भी पता नहीं कर पाए कि पिस्टल जेल में कैसे पहुंची।

मजिस्ट्रेट को बयान दर्ज कराने नहीं कोई पहुंचा

बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के इस मामले की मजिस्ट्रेटी जांच चल रही है। यहां पर एडीएम लोकपाल सिंह, अपने स्तर से जांच-पड़ताल कर रहे हैं। अभी तक उनके पास कोई बयान दर्ज कराने के लिए नहीं पहुंचा है।

दर्ज होंगे पूर्व सांसद समेत पांचों आरोपितों के बयान

माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में विवेचक अब पूर्व सांसद धनंजय ङ्क्षसह समेत पांचों आरोपितों के बयान दर्ज करेंगे। इसके लिए एसपी जय प्रकाश ने उन्हें वहां पर जाने की अनुमति दे दी है। मृतक की पत्नी सीमा ङ्क्षसह के भी बयान लिए जाएंगे। उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में अब तक सौ से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज हुए हैं।

इनमें जेल स्टाफ के अलावा बंदीरक्षक व अन्य लोग शामिल हैं। अब पुलिस मृतक की पत्नी सीमा सिंह और जिन लोगों पर हत्या करने का आरोप है, उनके बयान दर्ज करेंगी। इनमें पूर्व सांसद धनंजय सिंह, डिप्टी एसपी जेएम सिंह, महाराज सिंह, विकास उर्फ राजा और प्रवीन कुमार उर्फ पीके शामिल हैं। इस मामले के विवेचक व कार्यवाहक खेकड़ा थाना इंचार्ज रजनीश कुमार ने बयान के लिए एसपी से अनुमति ली। एसपी ने इस प्रकरण में विवेचक को बयान के लिए जाने की अनुमति दे दी गई है। उनके बयान दर्ज कराए जाएंगे। उसी के आधार पर केस की विवेचना होगी। 

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