छलका किसानों का दर्द, भूखे मरने की नौबत

इस पर जिला गन्ना अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि बागपत ने 60 प्रतिशत व रमाला मिल ने 66 प्रतिशत गन्ने का भुगतान कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 11:07 PM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 11:07 PM (IST)
छलका किसानों का दर्द, भूखे मरने की नौबत
छलका किसानों का दर्द, भूखे मरने की नौबत

बागपत : गन्ना भुगतान नहीं होने से आर्थिक संकट से गुजर रहे किसानों का आक्रोश किसान दिवस में फूट पड़ा। किसानों ने साफ कहा कि गन्ना भुगतान नहीं होने से भूखे मरने की नौबत आ गई है। भुगतान नहीं, तो क्या फांसी लगाकर मर जाएं। इस पर डीएम ने किसानों को अक्टूबर माह तक गन्ने का भुगतान कराने का आश्वासन दिया। इसके अलावा किसान दिवस में बिजली विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का मुद्दा छाया रहा।

बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस में किसानों ने गन्ना भुगतान नहीं होने पर रोष व्यक्त किया। किसानों ने डीएम ऋषिरेन्द्र कुमार से गन्ने का भुगतान कराने की मांग की। इस पर जिला गन्ना अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि बागपत ने 60 प्रतिशत व रमाला मिल ने 66 प्रतिशत गन्ने का भुगतान कर दिया है। वहीं मलकपुर व अन्य जिलों में स्थित शुगर मिलों के भुगतान की स्थिति ठीक नहीं होने की जानकारी। इस पर डीएम ने किसानों को बताया कि सरकार गन्ने का भुगतान करने का चार हजार करोड़ रुपये का ऋण शुगर मिलों को देगी। उक्त ऋण सीधे किसानों के खाते में ही जाएगा। अक्टूबर माह तक अधिकांश गन्ने का भुगतान करा दिया जाएगा। भाकियू जिलाध्यक्ष प्रताप ¨सह गुर्जर ने नहरों का पानी टेल तक नहीं पहुंचने की शिकायत की। साथ ही नहरों की सफाई के लिए मनरेगा से ग्राम पंचायतों द्वारा कार्य कराने का सुझाव दिया। इस पर डीएम ने शासन स्तर से वार्ता करने का आश्वासन दिया। सोमपाल तोमर समेत अन्य किसानों ने बिजली विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। बताया कि ट्रांसफार्मर बदलने व बिलों में गड़बड़ी कर किसानों का शोषण किया जाता है। विद्युत अधीक्षण अभियंता रामवीर ने किसानों से हेल्प लाइन नंबर 1912 पर शिकायत करने व मामलों की जांच कराने की बात कहीं। नकली पशु आहार पर लगाम लगाने की व्यवस्था नहीं

भाकियू के राजेन्द्र ¨सह ने जिले में बेचे जा रहे नकली पशु आहार से पशुओं को बांझ बनाने व कई बीमारियों की चपेट में आने की शिकायत की। इस पर पशु पालन विभाग के अधिकारी ने बताया कि नकली पशु आहार पर रोक लगाने की कोई व्यवस्था नहीं है। किसान आइएसआइ मार्का पशु आहार ही खरीदें। इसके अलावा किसानों ने शुगर मिलों से एक रुपये प्रति कुंतल बेचे जा रहे शीरे का विरोध जताया। कहा कि उक्त शीरे को किसानों को दिया जाए। इस मौके पर जाकिर हसन, आदेश त्यागी, राधेश्याम शर्मा, रतन ¨सह, निशांत, पुष्पेन्द्र तोमर, श्रवण त्यागी, शाहिदा बेगम, हरेन्द्र, आदेश, ललित व सुभाष नैन आदि मौजूद रहे।

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