दुश्वारियों भरी होगी ककोड़ा मेले की राह

कादरचौक (बदायूं) : दीपावली के बाद अब मेला ककोड़ा की तैयारी शुरू हो गई है। मेला स्थल पर समतलीकरण तो कर

By Edited By: Publish:Fri, 24 Oct 2014 11:27 PM (IST) Updated:Fri, 24 Oct 2014 11:27 PM (IST)
दुश्वारियों भरी होगी ककोड़ा मेले की राह

कादरचौक (बदायूं) : दीपावली के बाद अब मेला ककोड़ा की तैयारी शुरू हो गई है। मेला स्थल पर समतलीकरण तो कराया जा रहा है, लेकिन अभी बहुत काम बाकी रह गया है। अब तक की व्यवस्थाओं को देखते हुए मेले तक आवागमन बहुत कठिन होगा। मुख्य सड़क से मेला तक बन रहे कच्चा मार्ग के दोनों पर खड़ी गन्ने की फसल चुनौती बनी है। बदायूं-कादरचौक रोड पर आवागमन आसान नहीं होगा।

कादरगंज पुल के समीप गंगा किनारे पड़ोसी जिला कासगंज की सीमा में मेला लगवाने की तैयारियां चल रही हैं। 30 अक्टूबर को मेले की शुरूआत होनी है, लेकिन अभी मुख्य मार्ग से मेला मार्ग तक की कच्ची सड़क नहीं तैयार हो सकी है। इस रोड पर पतेल बीड़ा बांधकर नहीं लगाई जा रही है, न ही पानी का कहीं छिड़काव हो रहा है। इस पर वाहनों का आवागमन आसान नहीं होगा।

मेला स्थल का समतलीकरण तो कराया जा रहा है, लेकिन काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। गंगा तट पर जंगल की सफाई अभी नहीं हो सकी है। पहले काम तो तेजी पर चला था, लेकिन बीच में दीपावली का त्योहार आ जाने से काम धीमा पड़ गया। भैयादूज के बाद ही अब काम में तेजी आने की उम्मीद है।

मेले के मुख्य कच्चे मार्ग पर तो हर साल समस्या रहती है, लेकिन इस बार जिला प्रशासन ने मुख्य मार्ग को दोगुना चौड़ा बनाने के निर्देश दिए हैं। मेले की व्यापकता को देखते हुए अब समय बहुत सीमित बचा है। दिनरात काम कराकर ही व्यवस्थित मेला लगवाया जा सकता है।

मेले के दौरान बदायूं-कादरचौक मार्ग पर वाहनों की भीड़ रहती है। जगह-जगह टूटे मार्ग पर लोक निर्माण द्वारा पैचिंग तो कराई जा रही है, लेकिन मरम्मत कार्य औपचारिक होने के कारण बाद में दिक्कतें आएंगी। गंगपुर पुख्ता के पास पुलिया टूटी हुई है। डीएम शंभूनाथ ने क्षेत्र का दौरा करने के दौरान लोक निर्माण विभाग को यहां बाईपास बनवाने के निर्देश दिए थे, लेकिन इसका काम अभी तक शुरू नहीं हो सका है।

अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत हरिपाल सिंह यादव ने बताया कि मेला को व्यवस्थित एवं श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। मेले में मुख्य पर्व पर गंगा महाआरती भी होगी। उन्होंने स्वीकार किया कि दीपावली पर्व की वजह से मजदूरों की कमी है, लेकिन भैया दूज के बाद दिनरात काम कराकर मेले को भव्य बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेले में धार्मिक आयोजन कराने के भी प्रयास किए जा रहे हैं।

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