जब महिलाओं की बात आती है तो डगमगा जाती है कानून व्यवस्था

जागो नारी शक्ति संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष व समाजसेविका कुसुमलता ने संगठन की महिलाओं के साथ डीएम कार्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री को संबोधित डीएम को ज्ञापन सौंपा। संगठन की महिलाओं का कहना है कि जब महिलाओं की बात आती है तो कानून व्यवस्था डगमगा जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Dec 2019 06:58 PM (IST) Updated:Mon, 02 Dec 2019 06:58 PM (IST)
जब महिलाओं की बात आती है तो डगमगा जाती है कानून व्यवस्था
जब महिलाओं की बात आती है तो डगमगा जाती है कानून व्यवस्था

जासं, आजमगढ़ : जागो नारी शक्ति संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष व समाजसेविका कुसुमलता ने संगठन की महिलाओं के साथ प्रधानमंत्री को संबोधित डीएम को ज्ञापन सौंपा। संगठन की महिलाओं का कहना है कि जब महिलाओं की बात आती है तो कानून व्यवस्था डगमगा जाती है। अपराधी खुलेआम घूमते हैं और मनमानी करते हैं। बेटी और महिलाएं अपने को असुरक्षित महसूस करती हैं। जब सुरक्षा की बात होती है तो बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन होता कुछ नहीं है। मामला कोर्ट-कचहरी व फाइलों में दब जाती है। कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानून बनाया। दुष्कर्म में संलिप्त लोगों को चौराहे पर फांसी की सजा दी जाए। ऐसे कानून केंद्र सरकार को पास करना चाहिए ताकि बहन-बेटियां सुरक्षित हो सकें। नहीं तो बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा पूरी तरह से गलत साबित हो जाएगा। आज हर महिला व बेटी अपने को असुरक्षित पाकर लड़की के रूप में जन्म लेने पर अफसोस करती हैं। इन विषयों को गंभीरता पूर्वक कानून बिल पास कर महिला जनकल्याण के लिए सही होगा। उन्होंने कहा कि बेटियों को न्याय नहीं मिलेगा तो आक्रोश में जनता खुद न्याय करना शुरू करेगी तो कोई फूलनदेवी बनेगी तो कोई काली दुर्गा और कोई लक्ष्मीबाई रानी बनेगी। अपनी सुरक्षा के लिए खुद सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगी।

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