एक लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

अतरौलिया (आजमगढ़) सुबह से ही मौसम विपरीत हो गया लेकिन सर्द मौसम पर हर तरफ आस्था भारी पड़ती नजर आई। गोविद साहब के जयकारे से पूरा धाम गूंज रहा था और उसी के साथ गोविद सरोवर की ओर बढ़ रे थे लोगों के कदम।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Dec 2019 04:26 PM (IST) Updated:Thu, 12 Dec 2019 04:26 PM (IST)
एक लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
एक लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

जागरण संवाददाता, अतरौलिया (आजमगढ़) : सुबह से ही मौसम विपरीत हो गया लेकिन सर्द मौसम पर हर तरफ आस्था भारी पड़ती नजर आई। गोविद साहब के जयकारे से  पूरा धाम गूंज रहा था  और उसी के साथ गोविद सरोवर की ओर बढ़ रहे थे लोगों के कदम। दूसरे प्रमुख स्नान पर्व पूर्णिमा पर गोविद सरोवर में स्नान के बाद बाबा की समाधि की ओर हाथ में प्रसाद और मन में मन्नत लेकर पहुचते रहे। किसी के चेहरे पर सिकन नहीं नजर आ रही थी। यह नजारा था गुरुवार को गोविन्द पूर्णिमा के अवसर का। गोविद साहब की समाधि के समीप ही स्थित गोविद सरोवर में स्नान के लिए लोग आतुर थे। हर तरफ  सिर्फ गोविद साहब का जयकाऱा ही सुनाई दे रहा था। कुछ लोगों ने आधी रात से ही स्नान करना शुरू कर दिया लेकिन अधिकतर लोगों ने ब्रह्म मुहूर्त  व सूर्योदय के बाद से डुबकी लगाई, क्योंकि इस मुहूर्त में स्नान अधिक फलदायी माना जाता है। प्रशासन की मानें तो गोविद पूर्णिमा के दिन  लगभग एक लाख लोगों ने सरोवर में डुबकी लगाई। पूरी तरह से इस धार्मिक मेले में बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, बनारस, देवरिया, मऊ, गोरखपुर, आजमगढ़ के लोगों का एक दिन पहले से ही पहुंचना शुरू हो गया था।

बता दें कि गोविद साहब के दरबार में  प्रसाद के रूप में  कच्ची खिचड़ी, लाल गन्ना व खजला चढ़ाया जाता है जिसे लेकर हजारों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए भींगे कपड़े में ही लाइन लगाकर खड़े थे। स्नान और गोविन्द बाबा की समाधि पर शीश झुकाने के बाद लोगों ने परिवार के साथ मेले में पहुंचकर खजला, लाल गन्ना, खिलौना, काठ का सामान, पत्थर निर्मित सामान, घोड़ा, गाय, भैंस तथा बच्चों के मनोरंजन के सामान आदि की जमकर खरीदारी की। इसके आलावा झूला, ब्राइटी शो, जादू आदि का आनंद लिया।

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