झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ चला अभियान

कंचौसी(औरैया), संवाद सूत्र : कस्बे में शुक्रवार को जब झोलाछाप डाक्टरों की धरपकड़ का अभियान चलाया गया

By Edited By: Publish:Fri, 31 Oct 2014 06:07 PM (IST) Updated:Fri, 31 Oct 2014 06:07 PM (IST)
झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ चला अभियान

कंचौसी(औरैया), संवाद सूत्र : कस्बे में शुक्रवार को जब झोलाछाप डाक्टरों की धरपकड़ का अभियान चलाया गया तो उससे हड़कंप मच गया। अधिकतर चिकित्सक क्लीनिक पर ताला डालकर भाग खड़े हुए। वहीं चिकित्सा टीम ने दो डाक्टरों को अलग चिकित्सकीय पैथी में काम करने पर कड़ी हिदायत देते हुए 16 नवंबर तक सभी अभिलेख सीएमओ कार्यालय में जमा करने के निर्देश दिए हैं। चिकित्सकों को ताकीद कराया गया है कि जिस पैथी में जो प्रशिक्षित है, उसी के अनुरूप वह इलाज करे। ऐसा न होने पर एफआइआर दर्ज की जाएगी।

जिले में लगातार झोला छाप डाक्टरों के कारनामे सामने आ रहे हैं। इसी का परिणाम रहा है कि एक पखवारा पहले खानपुर चौराहा के निकट स्थित क्लीनिक में इलाज के दौरान सैनिक कालोनी निवासी एक युवक की मौत हो गई थी। इस पर चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव व सीएमओ डाक्टर एनकेएस यादव के दिशा निर्देश में कंचौसी कस्बा में जिला क्षय रोग अधिकारी डाक्टर श्याम सूरी व वरिष्ठ लिपिक राम औतार शास्त्री की टीम ने पुलिस फोर्स के साथ छापा मार अभियान चलाया। अभियान में डा. प्रभाकांत शुक्ला से पूछताछ की गई। मालूम चला कि उनके पास होम्योपैथिक चिकित्सा की डिग्री है, लेकिन वह सन् 2007 से उसका नवीनीकरण नहीं करा सके हैं। यही नहीं उनके द्वारा अंग्रेजी दवाओं का उपयोग करते पाया गया। इसी तरह डा. गिरजेश कुमार के पास बीईएमएस की डिग्री पाई गई। इसके बावजूद वह अंग्रेजी दवाओं को मरीजों को देते पाए गए। जिला क्षय रोग अधिकारी डा.श्याम सूरी ने दोनों चिकित्सकों से 16 नवंबर तक सभी अभिलेख सीएमओ कार्यालय में जमा कराने के निर्देश दिए हैं। कहा गया कि यदि अभिलेख उपलब्ध न हुए तो एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। डा. श्याम सूरी ने बताया कि अपंजीकृत दवाखाना सील किए जाएंगे। वहीं इलैक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सकों को निर्देश दिए गए कि वह अपनी पैथी में चिकित्सा अभ्यास कर सकते हैं।

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