समय के साथ बदहाल होता गया कंचौसी स्टेशन

By Edited By: Publish:Wed, 17 Sep 2014 01:00 AM (IST) Updated:Wed, 17 Sep 2014 01:00 AM (IST)
समय के साथ बदहाल होता गया कंचौसी स्टेशन

कंचौसी (औरैया) संवाद सूत्र : कानपुर-इटावा रेल रूट के बीच में स्थित कंचौसी रेलवे स्टेशन कभी माल गोदाम हुआ करता था। समय बदला और उसी के साथ कंचौसी रेलवे स्टेशन की बदहाली का दौर भी शुरू हो गया। एक दशक पूर्व माल गोदाम हट गया और फिर कंचौसी रेलवे स्टेशन केवल पैसेंजर ट्रेन रुकने का केंद्र बनकर रह गया है। हालत यह है कि स्टेशन पर यात्रियों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं प्रसाधन भी न होने से महिला यात्रियों को खासी दिक्कत उठानी पड़ती है।

स्टेशन पर बनी है पत्थर की स्लेट : महत्वपूर्ण होने के बाद भी यहां विभागीय अनदेखी कायम है इसी का नतीजा है कि यात्रियों के बैठने के लिए लोहे की सीट नहीं बनाई गई है बल्कि पुरानी पत्थर की स्लेट बनी हुई है जिस पर यात्रियों को बैठना पड़ता है। बरसात हो या धूप यात्रियों को यही पर खड़े रहकर ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है।

पीने के पानी की नहीं कोई सुविधा : रेलवे स्टेशन पर स्टैंड पोस्ट नहीं लगाए गए हैं वहीं दो हैंडपंप लगे हैं, लेकिन यह बेकार हैं। इस कारण भीषण गर्मी में यात्रियों को पीने के पानी के लिए इधर -उधर भटकना पड़ता है।

नहीं बनाए गए प्लेटफार्म : रेलवे स्टेशन से चार रेल ट्रैक खींची हुई है जबकि स्टेशन पर एक ही प्लेटफार्म बना हुआ है। ऐसे में अन्य लेन पर जब ट्रेन आकर रुकती है तो यात्रियों को जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार करना पड़ता है। प्लेटफार्म नंबर दो की हालत यह है कि यह बेहद नीचे है इस कारण यात्री इसका उपयोग नहीं करते। अभी मार्च के महीने में दो महिलाएं इसी प्लेटफार्म से उतरी और वे ट्रेन की चपेट में आ गई थी।

प्लेटफार्म है अनाधिकृत अतिक्रमण : रेलवे प्लेटफार्म की जो कुछ भी जगह बची है उस पर रेलवे कारीडोर योजना में काम करने वाले मजदूर अपना टेंट लगाकर कब्जा किए हुए हैं इस कारण यात्रियों को खासी दिक्कत उठानी पड़ती है।

रेलवे स्टेशन कालोनी भी जर्जर : रेलवे कर्मचारियों के रहने के लिए जो कालोनी बनाई गई है वह बेहद पुरानी है। हाल यह है कि बरसात में हर आवास में पानी टपकता है। वहीं इसके कभी भी धराशायी होने की आशंका जताई जा रही है। इस बाबत रेलवे अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी।

क्या हैं अधिकारी : रेलवे स्टेशन अधीक्षक आर आर मीणा ने बताया कि रेलवे स्टेशन की बदहाल स्थिति के बारे में इटावा, टूण्डला व इलाहाबाद रेलवे निर्माण खंड को अवगत कराया गया। बावजूद समस्या का निस्तारण नहीं हो सका। वहीं टूण्डला के एरिया मैनेजर एमएस खान ने बताया कि निर्माण कार्य को लेकर मंडल अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा गया है। फंड मिलते ही इस पर काम होगा।

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