ई-कचरा से लदा कैंटर सीज, दो पकड़े

गजरौला : पुलिस चे¨कग से बचने के लिए कांकाठेर के रास्ते तिगरी होकर जा रहे ई कचरे से

By JagranEdited By: Publish:Mon, 23 Jul 2018 10:54 PM (IST) Updated:Mon, 23 Jul 2018 10:54 PM (IST)
ई-कचरा से लदा कैंटर सीज, दो पकड़े
ई-कचरा से लदा कैंटर सीज, दो पकड़े

गजरौला : पुलिस चे¨कग से बचने के लिए कांकाठेर के रास्ते तिगरी होकर जा रहे ई कचरे से भरे कैंटर को पुलिस ने पकड़कर सीज कर दिया। मौके से पुलिस ने दो लोगों को पकड़ लिया। उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। ट्रक में ई कचरा लादकर भोजपुर जलाने के लिए ले जाया जा रहा था। इसे जलाकर धातु निकाली जाती है। जबकि यूपी में ई कचरा जलाने पर प्रतिबंध है।

रविवार की मध्यरात्रि पुलिस को सूचना मिली कि एक कैंटर पुलिस से बचने के लिए नेशनल हाईवे से कांकाठेर वाले रास्ते पर जा रहा है। औद्योगिक पुलिस चौकी इंचार्ज लोकेंद्र कुमार त्यागी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस की गाड़ी को देखकर कैंटर चालक ने उसे दौड़ाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने ओवरटेक करके तिगरी बंधा के पास कैंटर रुकवा लिया। इसके बाद कैंटर की तलाशी ली तो उसमें ई कचरा भरा हुआ था। इसे जलाने के लिए भोजपुर ले जाया जा रहा था।

उपनिरीक्षक लोकेंद्र त्यागी ने बताया कि यूपी में ई कचरा जलाने पर प्रतिबंध है। कैंटर से सम्भल के बेगम सराय निवासी जमीरूल हुसैन व उसका बेटा शाने आलम को पकड़ लिया गया। दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। दोनों का चालान हो गया है। कैंटर को सीज कर दिया गया है। क्या होता है ई-कचरा

गजरौला: रेडियो, टीबी, रिमोट, सीपीयू या अन्य किसी भी इलेक्ट्रानिक उपकरण में लगी प्लेट खराब होकर जब कूड़े के ढे़र में पहुंच जाती है तो उसे ई कचरा कहा जाता है। ई-कचरा बहुत महंगा होता है। इसे जलाकर ताबा समेत अन्य कीमती धातु निकाली जाती है। इस काम पर फिलहाल उत्तर प्रदेश में प्रतिबंध है। इसकी वजह यह कि ई कचरे के जलने पर उससे निकलने वाला धुंआ पर्यावरण में जहर घोलता है। यह बहुत ही हानिकारक होता है। इसलिए यूपी में ई कचरा जलाना प्रतिबंधित है। फिर भी यूपी में जगह-जगह कारखानों में चोरी छिपे ई कचरा जलाया जा रहा है।

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