हाईस्कूल में फेल लेकिन जाली नोट बनाने में माहिर, दो गिरफ्तार

हाईस्कूल में फेल लेकिन जाली नोट बनाने में माहिर। नागेंद्र पटेल नामक ऐसे ही शातिर को उसके साथी रंजीत यादव के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Sat, 17 Mar 2018 07:40 PM (IST) Updated:Sat, 17 Mar 2018 07:41 PM (IST)
हाईस्कूल में फेल लेकिन जाली नोट बनाने में माहिर, दो गिरफ्तार
हाईस्कूल में फेल लेकिन जाली नोट बनाने में माहिर, दो गिरफ्तार

इलाहाबाद (जेएनएन)। हाईस्कूल में फेल लेकिन जाली नोट बनाने में माहिर। नागेंद्र पटेल नामक ऐसे ही शातिर को उसके साथी रंजीत यादव के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के कब्जे से एक लाख 46 हजार के जाली नोट, स्कैनर, कलर प्रिंटर, मोबाइल और बाइक की बरामदगी हुई है। आरोपितों के बारे में शनिवार शाम एएसपी सुकीर्ति माधव ने मीडिया को जानकारी दी। बताया कि हाई स्कूल फेल नागेंद्र पटेल प्रतापगढ़ के रानीगंज थाना क्षेत्र स्थित बाबूपट्टी सिंगाही गांव का निवासी है।

रंजीत यादव मऊआइमा थाने के भीमपुर परानू का पूरा गांव का निवासी है। नागेंद्र करीब ने दो साल पहले एक चिटफंड कंपनी में 22 लाख रुपये लगाया था। यह रकम कई लोगों से ली गई थी। अचानक कंपनी पैसा लेकर भाग गई तो नागेंद्र परेशान हो गया। करीबी पैसा मांगने लगे और नहीं देने पर धमकाने भी लगे। पैसा चुकाने के लिए खुराफात सूझी। करीब डेढ़ माह पहले उसकी मुलाकात प्रतापपुर निवासी रवि पांडेय से हुई। उसने जाली नोट बनाने की बात कही और पैसा लेकर स्कैनर, प्रिंटर व अन्य सामान उपलब्ध करवाया। इसके बाद नागेंद्र मऊआइमा में किराए का कमरा लेकर रहने लगा। साथ ही वहां असली नोट को स्कैन कर और कलर प्रिंटर के जरिए दो हजार, पांच सौ, दो सौ, सौ रुपये और पचास रुपये के नोट बनाने लगा। रंजीत जाली नोट ट्रक ड्राइवरों व अन्य लोगों के जरिए खपाता था। एक हजार असली के बदले दो हजार जाली दिए जाते थे। एएसपी के मुताबिक शनिवार को रंजीत जब तिलईबाजार में नोट खपाने पहुंचा, तभी पुलिस ने दबोच लिया। एएसपी ने बताया कि रंजीत बीए पास है। 

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