बदमाश फिर से कॉल करके अधिवक्ता को दे रहे धमकी
अधिवक्ता को फिर से मोबाइल पर धमकी दी गई है। इस मामले में अधिवक्ता पहले ही कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज करा चुके हैं।
प्रयागराज : ज्ञानपुर, भदोही के विधायक विजय मिश्र के नाम पर धमकी देने वाला शख्स पुलिस से बेखौफ है। कर्नलगंज थाने में धमकी और रंगदारी का मुकदमा दर्ज होने के बाद भी वह अधिवक्ता को लगातार फोन कर रहा है। इधर पुलिस जांच कर रही है और उधर वह आराम से उसी सिम से कॉल पर कॉल कर रहा है।
अधिवक्ता का कहना है कि अब तक पुलिस ने आरोपित का फोन तक नहीं बंद करा सकी है। कर्नलगंज थाने में ज्ञानपुर, भदोही के विधायक विजय मिश्र के नाम और मोबाइल नंबर के आधार पर धमकी और रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज हुआ है। एफआइआर भाजपा नेता व अधिवक्ता विजय द्विवेदी ने दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि उनके मोबाइल पर कॉल कर कहा गया कि 'मैं विधायक ज्ञानपुर विजय मिश्र बोल रहा हूं। 24 घंटे में तुम्हारी हत्या करा दूंगा'। इसके बाद फोन कर कहा गया, मैं शूटर केडी मिश्र बोल रहा हूं। शूटर पहुंच रहे हैं। फिर मुन्ना बजरंगी का भाई बनकर फोन कर 24 घंटे में हत्या की धमकी दी गई और पांच लाख रुपये पहुंचाने को कहा गया।
इंस्पेक्टर कर्नलगंज अनूप सिंह ने उन नंबरों की जांच शुरू की तो दो नंबर आजमगढ़ के मिले। उन नंबरों की लोकेशन भी आजमगढ़ रही है। पुलिस की जांच आगे तो बढ़ी लेकिन धमकी देने वाला इससे डरा नहीं। मुकदमा दर्ज होने के बाद शनिवार और रविवार को विजय द्विवेदी के मोबाइल पर फिर से कॉल आनी शुरू हो गई। हालांकि विजय फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं लेकिन इससे उनका परिवार डरा हुआ है। विजय पर पहले भी फायरिंग हो चुकी है।
अधिवक्ता का कहना है कि अब तक पुलिस ने आरोपित का फोन तक नहीं बंद करा सकी है। कर्नलगंज थाने में ज्ञानपुर, भदोही के विधायक विजय मिश्र के नाम और मोबाइल नंबर के आधार पर धमकी और रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज हुआ है। एफआइआर भाजपा नेता व अधिवक्ता विजय द्विवेदी ने दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि उनके मोबाइल पर कॉल कर कहा गया कि 'मैं विधायक ज्ञानपुर विजय मिश्र बोल रहा हूं। 24 घंटे में तुम्हारी हत्या करा दूंगा'। इसके बाद फोन कर कहा गया, मैं शूटर केडी मिश्र बोल रहा हूं। शूटर पहुंच रहे हैं। फिर मुन्ना बजरंगी का भाई बनकर फोन कर 24 घंटे में हत्या की धमकी दी गई और पांच लाख रुपये पहुंचाने को कहा गया।
इंस्पेक्टर कर्नलगंज अनूप सिंह ने उन नंबरों की जांच शुरू की तो दो नंबर आजमगढ़ के मिले। उन नंबरों की लोकेशन भी आजमगढ़ रही है। पुलिस की जांच आगे तो बढ़ी लेकिन धमकी देने वाला इससे डरा नहीं। मुकदमा दर्ज होने के बाद शनिवार और रविवार को विजय द्विवेदी के मोबाइल पर फिर से कॉल आनी शुरू हो गई। हालांकि विजय फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं लेकिन इससे उनका परिवार डरा हुआ है। विजय पर पहले भी फायरिंग हो चुकी है।