Coronavirus period: प्रयागराज के स्‍कूलों में बढऩे लगी छात्रों की संख्या

जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि 1079 विद्यालय जनपद में हैं। इनमें 12438 शिक्षक प्रतिदिन स्कूल आ रहे हैं। कक्षा नौ से 12वीं तक 418888 विद्यार्थी पंजीकृत हैं इनमें से 164070 छात्र-छात्राअें के अभिभावकों ने बच्चों को पढऩे भेजने के लिए सहमतिपत्र दे रखा है।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 06:49 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 06:49 PM (IST)
Coronavirus period: प्रयागराज के स्‍कूलों में बढऩे लगी छात्रों की संख्या
अब अभिभावक भी बच्चों को स्कूल भेजने में रुचि ले रहे हैं।

प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के साथ ही वैक्सीनेशन भी जल्द शुरू होने जा रहा है। ऐसे माहौल में एक और उत्साहित करने वाली खबर है कि स्कूलों में भी विद्यार्थियों की संख्या बढऩे लगी है। 39.16 प्रतिशत छात्र-छात्राएं भौतिक रूप से चलने वाली कक्षाओं में शामिल हो रहे हैं। स्कूल भी कक्षाओं के संचालन को लेकर अधिक सक्रिय हुए हैं।

142585 विद्यार्थी  आ रहे हैं स्कूल

जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि 1079 विद्यालय जनपद में हैं। इनमें 12438 शिक्षक प्रतिदिन स्कूल आ रहे हैं। कक्षा नौ से 12वीं तक 418888 विद्यार्थी पंजीकृत हैं, इनमें से 164070 छात्र-छात्राअें के अभिभावकों ने बच्चों को पढऩे भेजने के लिए सहमतिपत्र दे रखा है। 142585 विद्यार्थी स्कूल आ रहे हैं। यह आंकड़ा कुल विद्यार्थियों की संख्या का 39.16 प्रतिशत है। 28 दिसंबर को शासन को भेजी गई रिपोर्ट में जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया था कि जिले के माध्यमिक स्कूलों में चलने वाली भौतिक कक्षाओं में कुल 142465 विद्यार्थी आ रहे हैं जब कि 163980 अभिभावकों ने सहमतिपत्र दिया है। हालांकि  पिछले 15 दिन में छात्र संख्या बहुत अधिक नहीं बढ़ी है लेकिन केपी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. योगेंद्र सिंह ने बताया कि अब विद्यार्थी स्वत: स्कूल आ रहे हैं। पहले उन्हें फोनकर के आने के लिए आग्रह करना पड़ रहा था।

अब अभिभावक भी बच्‍चों को स्‍कूल भेजने में ले रहे हैं रूचि

अब अभिभावक भी बच्चों को स्कूल भेजने में रुचि ले रहे हैं। शुरू की कक्षाओं में 10 विद्यार्थी भी नहीं आ रहे थे। अब ऐसी स्थिति नहीं है। जीआइसी के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह ने भी बताया कि भौतिक कक्षाओं में छात्र बढ़े हैं। जिन छात्रों को बोर्ड की परीक्षा में शामिल होना है वह अधिक सजग हुए हैं। जीजीआइसी की प्रधानाचार्य डॉ. इंदू सिंह ने भी बताया कि सभी कक्षाओं में करीब 50 प्रशित छात्राएं आने लगी हैं।

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