Lockdown : ये कैसी मांगी जा रही मदद, नोटेड सर...कह दुविधा में पड़ जाते हैं पुलिसकर्मी Prayagraj News
कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में लोगों को घर में रहकर पुलिस प्रशासन से मदद लेने के लिए कहा गया है। वहीं कुछ लोग अजीबों-गरीब सहायता मांग रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। बृजेंद्र उपाध्याय नामक यूजर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी गवर्नमेंट, डीएम, एसएसपी, आइजी रेंज को टैग करते हुए ट्वीट किया। ...मैं पूरा पांडेय गांव, नैनी प्रयागराज का रहने वाला हूं। मेरे यहां तीन गाय और एक भैंस हैं। उनका चारा समाप्त हो गया है। जानवर भूखे हैं। कृपया सहायता करें। आइजी रेंज ने प्रयागराज पुलिस को देखने का निर्देश दिया। प्रयागराज पुलिस ने रेस्पांस दिया, नोटेड सर। मगर चारा पहुंचाया गया या नहीं, यह पता नहीं चल सका है।
लोग ऐसी अजीबों-गरीब सहायता मांग रहे हैं कि न मना करते बने और न पहुंचाते
कोरोना वायरस के संकट की वजह से लागू लॉकडाउन में लोगों को घर में रहकर पुलिस प्रशासन से मदद लेने के लिए कहा गया तो लोग ऐसी अजीबों-गरीब सहायता मांग रहे हैं कि न मना करते बने और न पहुंचाते। आलम यह है कि फोन पर डिटरजेंट पाउडर की मांग हो रही तो ट्विटर पर पुलिस से मवेशियों के लिए चारा पहुंचाने का आग्रह किया जा रहा है। जब अधिकारी इन ट्वीट पर ध्यान देने को कहते हैं तो विवशता में जिले से नोटेड सर...कहकर पुलिसकर्मी दुविधा में पड़ जाते हैं कि अब क्या किया जाए।
सोशल मीडिया सेल हैंडल करने वाले पुलिसकर्मी ऐसे मैसेज से परेशान हैं
सोशल मीडिया सेल हैंडल करने वाले पुलिसकर्मी ऐसे मैसेज से हैरान, परेशान हो रहे हैं। दो दिन पहले एक व्यक्ति ने खुद को अलोपीबाग का बताते हुए फोन पर कहा कि उसके घर में हैडवाश खत्म हो गया और कपड़े धोने का डिटरजेंट भी। पास की दुकान बंद है। आगे पुलिस रोक रही है। आप ही पहुंचा दीजिए। उसे समझाया गया कि जरूरी राशन और सब्जी खुद जाकर दुकान से ले सकते हैं। बाकी लॉकडाउन के बाद लेना।
सबकी मदद करना पुलिस के लिए संभव नहीं है
दवा के लिए तो रोज कई कॉल आती है। डीएस यादव ने ट्वीट किया कि जिंदगी और मौत से जूझ रही ननकी देवी को पर्ची कटने के बाद भी कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा है। यूपी पुलिस से प्रयागराज पुलिस को मदद का निर्देश मिला। ऐसे तमाम ट्वीट और फोन कॉल सुबह से रात तक पुलिस को मिल रहे हैं, जिनमें सबकी मदद करना पुलिस के लिए संभव भी नहीं है।
बोले आइजी रेंज मीडिया सेल
आइजी रेंज मीडिया सेल आशीष मिश्र कहते हैं कि तमाम अजीब ट्वीट और कॉल भी मदद के लिए आ रहे हैं। संभव हो सकने वाली सहायता के लिए क्षेत्रीय पुलिस को सूचना अग्रसारित कर दी जाती है।