Allahabad, Prayagraj Magh Mela News : माघ मेला में ओडीएफ ध्वस्त, 60 फीसद काम अधूरा

हालांकि वह संबंधित कंपनियों को दोषी मानते हैैं। बताया कि कई बार मौखिक और लिखित निर्देश दे चुके हैैं। छह जनवरी को शौचालयों को सक्रिय करने का अनुबंध हुआ था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 09 Jan 2020 09:44 AM (IST) Updated:Thu, 09 Jan 2020 10:09 AM (IST)
Allahabad, Prayagraj Magh Mela News : माघ मेला में ओडीएफ ध्वस्त, 60 फीसद काम अधूरा
Allahabad, Prayagraj Magh Mela News : माघ मेला में ओडीएफ ध्वस्त, 60 फीसद काम अधूरा

प्रयागराज,जेएनएन। माघ मेला 2020 में प्रशासन के खुले में शौच से मुक्ति (ओडीएफ) के सारे दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। अब तक 60 फीसद भी शौचालय और यूरिनल नहीं लगाए जा सके हैैं जिससे लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैैं। बुधवार सुबह तो मेले के चारों ओर लोग खुले में शौच के लिए जाते दिखे। बता दें कि 10 जनवरी शुक्रवार को पौष पूर्णिमा से मेला की शुरुआत हो जाएगी।

समय से शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए अलग से अफसर नियुक्‍त

समय पर शौचालयों के निर्माण को अलग से एडीएम रैैंक के अधिकारी दयानंद प्रसाद को नियुक्त किया। पिछले साल कुंभ में अपर मेलाधिकारी के अनुभव के चलते विशेष जिम्मेदारी दी गई। हालांकि वह संबंधित कंपनियों को दोषी मानते हैैं। बताया कि कई बार मौखिक और लिखित निर्देश दे चुके हैैं। छह जनवरी को शौचालयों को सक्रिय करने का अनुबंध हुआ था। इधर काफी संख्या में विभागों के स्टॉफ और श्रमिक भी तैनात हैैं। सेक्टर पांच में कल्पवास को आए रामसुचित, रजनीशंकर, मान सिंह, करमचंद्र, देवतादीन, मीना देवी, गायत्री देवी ने बताया कि शौचालय न होने से काफी दिक्कत हुई। सेक्टर तीन, चार और छह (अरैल) में भी परेशानी झेलनी पड़ी। सिर्फ वीआइपी घोषित सेक्टर एक और दो में ही 40 फीसद शौचालय बनाए जा सके हैैं। अन्य में निर्माण काफी पीछे है। सेक्टर तीन, चार, पांच और छह में भी नहीं बने। पब्लिक टॉयलेट्स भी पूरा नहीं हो सका। एडीएम दयानंद प्रसाद ने बताया कि कंपनियों को दिन-रात काम कराकर तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए हैैं। हर हाल में गुरुवार शाम तक सभी शौचालय सक्रिय करने के निर्देश दिए हैैं।

काली सूची में डाली जा सकती हैैं कंपनियां

कार्य में लापरवाही पर निर्माण में जुटी कंपनियों को काली सूची में डाला जा सकता है। कंपनियों से नाराज अफसर भुगतान भी रोका सकते हैं। दरअसल, इनकी लापरवाही से ही मेला ओडीएफ होने से रह गया।

कई स्थानों पर धंस गई शौचालय की शीट

बुधवार को बारिश होते ही सेक्टर तीन, चार और पांच में काफी संख्या में शौचालय की शीट बालू में धंस गईं। गुणवत्ता पर शुरू से ही सवाल उठाए। किसी ने ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण अब स्थिति बिगड़ गई।

 खास बातें

06 जनवरी को सभी शौचालयों को सक्रिय करने के दिए गए थे निर्देश

25 हजार के करीब शौचालय और तीन हजार यूरिनल बनने हैं मेले में

40 फीसद ही अब तक मेला क्षेत्र में बनाए जा सके हैैं शौचालय

80 हजार से ज्यादा कल्पवासी पहुंच चुके हैैं माघ मेला क्षेत्र में

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