विज्ञापन को लेकर नगर निगम और मेला प्रशासन आमने-सामने

कुंभ मेला निकट है, ऐसे में बड़ी कंपनियां विज्ञापन के लिए तैयार हैं। वहीं विज्ञापन को लेकर नगर निगम ने मेला प्रशासन का विरोध किया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 22 Dec 2018 06:34 PM (IST) Updated:Sat, 22 Dec 2018 06:34 PM (IST)
विज्ञापन को लेकर नगर निगम और मेला प्रशासन आमने-सामने
विज्ञापन को लेकर नगर निगम और मेला प्रशासन आमने-सामने

प्रयागराज : कुंभ जैसे विशाल आयोजन के दौरान जब बड़ी-बड़ी कंपनियां प्रयागराज में अपने विज्ञापन के लिए आतुर हैं। ऐसे में पूरी व्यवस्था पर मेला प्रशासन का कब्जा नगर निगम कार्यकारिणी को नहीं भाया। कार्यकारिणी ने एक सुर से मेला प्रशासन के दावे को खारिज कर दिया और साफ कर दिया कि शहर में विज्ञापन का अधिकार नगर निगम के पास ही रहेगा।

 इस संबंध में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए मेयर अभिलाषा गुप्ता ने मेला प्रशासन के इस प्रयास की आलोचना की। उन्होंने और कार्यकारिणी सदस्यों ने कहा कि मेला प्रशासन की सीमा जहां तक है, वह वहीं प्रचार-प्रसार करवा सकता है। बैठक में निर्णय लिया गया कि मेला प्रशासन को इस बाबत पत्र भेजकर आपत्ति दर्ज कराई जाएगी और उसकी ओर से लगे होर्डिंग आदि हटाए जाएंगे।

नगर निगम विज्ञापन के लिए लेगा शुल्क

कार्यकारिणी समिति की बैठक में विज्ञापन की दरों को लेकर चर्चा हुई। नगर निगम द्वारा बनाई जा रही विज्ञापन नीति की उपविधि पर विमर्श किया गया। तय हुआ कि अब नगर निगम विज्ञापन के लिए शुल्क लेगा। उसके पश्चात समिति के सदस्यों ने मेला प्रशासन द्वारा मेला क्षेत्र समेत शहर के विज्ञापन के लिए टेंडर किए जाने पर विरोध किया। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि नगर निगम की बिना अनुमति से टेंडर किया गया है। मेला प्रशासन को मेला क्षेत्र के विज्ञापन का अधिकार है। नगर निगम की सीमा में विज्ञापन निगम के माध्यम से होगा।

 बैठक में निर्णय हुआ कि नगर निगम अब मेला प्रशासन को पत्र लिखकर विरोध दर्ज कराएगा। नगर क्षेत्र में जहां पर विज्ञापन लगाया जा रहा है, उसे हटाया जाएगा। विज्ञापन उपविधि को लेकर पार्षदों की आपत्ति के बाद शीघ्र विज्ञापन की दरों को अंतिम रूप दिया जाएगा। क्योंकि जीएसटी लागू होने पर यह कवायद करनी पड़ी।

मेयर अभिलाषा ने कहा

बैठक की अध्यक्षता करते हुए मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने विज्ञापन को लेकर मेला प्रशासन के रवैये पर चिंता जाहिर की। बैठक में पुनरीक्षित बजट पारित किया गया। बैठक में नामकरण, वेंडिंग जोन, सफाई व्यवस्था, स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर चर्चा हुई।

क्या कहते हैं मेलाधिकारी

मेलाधिकारी विजय किरन आनंद कहते हैं कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही मेले से लेकर शहर तक विज्ञापन का विषय तय किया गया था। इसमें नगर निगम को भुगतान भी किया जाता। बहरहाल जब नगर निगम का पत्र आएगा, तभी आगे कुछ कहा जा सकता है।

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