Mission Prerna: UP में मिशन प्रेरणा की ई-पाठशाला में प्रयागराज अव्वल, जानें कोरोना काल की उपलब्धि

Mission Prerna प्रदेश में प्रयागराज के 25059 अभिभावकों के मोबाइल पर प्रेरणा एप अपलोड किया गया। इससे अव्‍वल रहा। प्रदेश में वाराणसी दूसरे स्थान पर रहा। यहां 17982 अभिभावकों ने एप इंस्टाल किया। जौनपुर में 17594 कानपुर नगर में 15300 आगरा में 14307 अभिभावकों ने प्रेरणा एप अपलोड किए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 11:21 AM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 11:21 AM (IST)
Mission Prerna: UP में मिशन प्रेरणा की ई-पाठशाला में प्रयागराज अव्वल, जानें कोरोना काल की उपलब्धि
समन्वयक प्रशिक्षण डा. विनोद मिश्र ने बताया कि शिक्षक प्रेरणा एप को अपलोड कराने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थियों ने भी आनलाइन पढ़ाई की। उनके लिए ई-पाठशाला का संचालन किया गया। वाट्सएप ग्रुप के जरिए अध्यापकों ने बच्चों तक शैक्षणिक सामग्री पहुंचाई। इसके अतिरिक्त दूरदर्शन व स्वयं प्रभा चैनल के माध्यम से भी कक्षावार सभी विषयों के लिए कार्यक्रम प्रसारित किए। बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रेरणा एप के जरिए भी शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराई है। अहम यह कि इस सामग्री को उपलब्ध कराने में प्रयागराज जनपद अव्वल रहा।

प्रेरणा एप पर अपलोड शैक्षणिक सामग्री से विद्यार्थियों को मिली मदद

बेसिक शिक्षाधिकारी प्रवीण तिवारी ने बताया कि विभाग की ओर से प्रेरणा एप पर अपलोड शैक्षणिक सामग्री ने भी कोरोना काल में विद्यार्थियों को पठन-पाठन में बहुत मदद की। शिक्षकों ने अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें मोबाइल पर प्रेरणा एप अपलोड कराने और उसकी शैक्षणिक सामग्री के प्रयोग का तरीका समझाया।

प्रयागराज के 25059 अभिभावकों ने एप अपलोड किया

यही वजह है कि प्रदेश में प्रयागराज के 25059 अभिभावकों के मोबाइल पर यह एप अपलोड किया गया। प्रदेश में वाराणसी दूसरे स्थान पर रहा। यहां 17982 अभिभावकों ने एप इंस्टाल किया। इसी क्रम में जौनपुर में 17594, कानपुर नगर में 15300, आगरा में 14307 अभिभावों ने प्रेरणा एप अपलोड किए।

समन्‍वयक प्रशिक्षण ने यह कहा

समन्वयक प्रशिक्षण डा. विनोद मिश्र ने बताया कि शिक्षक इस एप को अपलोड कराने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। मोहल्ला पाठशाला के दौरान में शिक्षकों ने अभिभावकों को इसके लिए प्रेरित किया। यह सिलसिला अब भी जारी है।

रीड एलांग एप को अपलोड कराके बच्‍चों के कौशल बढ़ाया जा रहा

इसी तरह रीड एलांग एप को भी अपलोड कराकर बच्चों के पढऩे के कौशल को भी निखारने की कोशिश हो रही है। इसमें विद्यार्थी भी रुचि ले रहे हैं। सभी शिक्षकों ने अपने मोबाइल पर इस एप को डाउनलोड कर लिया है। विद्यार्थियों को एप के अनुसार पढऩे के लिए कक्षाओं में भी प्रेरित किया जा रहा ह।

chat bot
आपका साथी