वसंत पंचमी पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई संगम में डुबकी

माघ मेले के चौथे अहम स्नान पर्व पर 30 लाख से ज्यादा लोगों के जुटने की उम्मीद है। वसंत पंचमी स्नान के बाद तमाम बड़े संत मेला क्षेत्र से प्रस्थान कर जाएंगे।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Wed, 01 Feb 2017 10:00 AM (IST) Updated:Wed, 01 Feb 2017 07:32 PM (IST)
वसंत पंचमी पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई संगम में डुबकी
वसंत पंचमी पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई संगम में डुबकी

इलाहाबाद (जेएऩएन)। मोक्षदायिनी गंगा-कृष्णप्रिया यमुना व अदृश्य सरस्वती की मिलन स्थली पावन संगम में वसंत पंचमी पर खूब डुबकी लगी। अद्भुत त्रिग्रहीय संयोग में त्रिविध ताप-पाप नाशिनी त्रिवेणी के आंचल में जनसैलाब नजर आया। श्रद्धालुओं ने वासंतिक हिलोर में परमानंद का अनुभव करते हुए संगम में डुबकी लगाई। पुण्य की लालसा में दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं के साथ शहरीय भी संगम तट पर पहुंचे। मेला प्रशासन ने शाम तक 75 लाख श्रद्धालुओं के स्नान करने का दावा किया है।

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मौसम बदला-बदला सा

वसंत ऋतु का आगमन होते ही मौसम बदला-बदला नजर आया। तड़के कोहरा था। सूर्यदेव जैसे ही उदित हुए ठंड काफूर हो गई। स्नान दान का क्रम धुंध में ही शुरू हो गया था। पुण्यबेला शुरू होते ही संगम तथा अन्य घाटों पर भीड़ नजर आई। शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, जगद्गुरु नरेंद्रानंद सरस्वती, अधोक्षजानंद देवतीर्थ सहित अनेक संत-महात्माओं ने संगम व गंगा में स्नान किया। स्नान के बाद गोदान, वेणीदान का सिलसिला शुरू हुआ।

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त्रिकाल भवंता ने नहीं किया स्नान

परी अखाड़ा पीठाधीश्वर त्रिकाल भवंता ने वसंत पंचमी स्नान का बहिष्कार किया। प्रशासन से स्नान के लिए बोट न मिलने से नाराज भवंता ने स्नान नहीं किया। उनका कहना है कि प्रशासन लगातार उनकी उपेक्षा कर रहा है।

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