राज्य विश्वविद्यालय : नियम, कानून को ताक पर रख बना दिए गए परीक्षा केंद्र Prayahraj News

नियम और कानून को ताक पर रखकर परीक्षा केंद्र बना दिए गए हैं। परीक्षा शुरू होने से पहले विवादों में विवि प्रशासन घिर गया है। यह हाल राज्‍य राज्य विश्वविद्यालय का है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 20 Feb 2020 05:11 PM (IST) Updated:Thu, 20 Feb 2020 05:11 PM (IST)
राज्य विश्वविद्यालय : नियम, कानून को ताक पर रख बना दिए गए परीक्षा केंद्र Prayahraj News
राज्य विश्वविद्यालय : नियम, कानून को ताक पर रख बना दिए गए परीक्षा केंद्र Prayahraj News

प्रयागराज, जेएनएन। प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षाएं शुरू होने से पहले विवि प्रशासन विवादों में घिर गया है। मंडल में मानक के विपरीत परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। नियम, कानून तो ताक पर रखकर 16 किलोमीटर के बजाए 70 किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र बना दिए गए हैं। नई बात यह है कि परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनीता यादव से परीक्षा प्रक्रिया की जिम्मेदारी छीनकर डिप्टी रजिस्ट्रार (गोपनीय) प्रभाष द्विवेदी को काम सौंप दिया गया है।

राज्य विवि की वार्षिक परीक्षाएं तीन मार्च से होंगी

राज्य विवि के शैक्षिक सत्र 2019-20 की वार्षिक परीक्षाएं तीन मार्च से होनी हैं। मौजूदा शैक्षिक सत्र में मंडल के प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर और प्रतापगढ़ में स्नातक के तीन लाख 49 हजार 505 विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा में शामिल होंगे। मंडल के चारों जनपदों में 244 केंद्रों पर परीक्षा होगी। इनमें प्रयागराज में 119, कौशांबी में 59, फतेहपुर में 41 और प्रतापगढ़ में 25 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। डिप्टी रजिस्ट्रार (गोपनीय) प्रभाष द्विवेदी की ओर से वेबसाइट पर केंद्रों की सूचना भी जारी कर दी गई। मंडल भर के महाविद्यालयों में पंजीकृत छात्र-छात्राएं शिकायत करने लगे। जबकि, नियम यह है कि छात्रों का केंद्र 16 किलोमीटर और छात्राओं की पांच से 10 किलोमीटर के दायरे में परीक्षा केंद्र बनाना पर 70 किलोमीटर दूरी तक बना दिए गए है।

परीक्षा नियंत्रक को पूरी प्रक्रिया से दूर रखा गया

परीक्षा कराने के लिए शासन से नियुक्त परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनीता यादव को पूरी प्रक्रिया से दूर रखा गया है। जबकि, परीक्षा के दौरान परीक्षा नियंत्रक की सबसे अहम भूमिका होती है। केंद्र निर्धारण में त्रुटियों के निस्तारण के लिए कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जो कमेटी बनाई उसमें भी नहीं शामिल किया गया। कमेटी में रजिस्ट्रार शेषनाथ पांडेय, डिप्टी रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी को सदस्य बनाया है।

राज्‍य विवि की कुलपति ने कहा

राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव का कहना है कि परीक्षा केंद्र निर्धारण का काम कुलपति का नहीं होता है। यह काम डिप्टी रजिस्ट्रार (गोपनीय) प्रभाष द्विवेदी को सौंपा है। वही इस प्रकरण में जानकारी दे सकते हैं।

बोले राज्‍य विवि के डिप्‍टी रजिस्‍ट्रार

राज्‍य विवि के डिप्टी रजिस्ट्रार (गोपनीय) प्रभाष द्विवेदी ने कहा कि चार दिन में परीक्षा केंद्रों का निर्धारण किया गया है। हड़बड़ी में गलत निर्धारण हो गया। जल्द ही सुधार कर नई सूची जारी कर दी जाएगी।

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