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    Atiq Ahmed Murder: अतीक-अशरफ के शूटरों ने होटल में छिपाया था मोबाइल, एसआइटी ने किया बरामद

    By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj Mishra
    Updated: Sat, 22 Apr 2023 01:11 PM (IST)

    Atiq Ahmed Murder अतीक अहमद और अशरफ के शूटर अरुण सनी और लवलेश ज‍िस होटल में ठहरे थे वहां की तलाशी में एसआईटी को दो फोन बरामद हुए हैं। तीनों ने प्‍लान बनाया था क‍ि हत्‍या के बाद फरारी के दौरान इन्‍हीं दोनों फोन का प्रयोग करना है।

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    Atiq Ahmed Murder: अतीक अहमद और अशरफ व हत्‍यारोप‍ित अरुण, सनी, लवलेश

    प्रयागराज, जागरण संवाददाता। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या करने वाले शूटरों ने एक होटल के कमरे में मोबाइल छिपा कर रखा था। कड़ाई से पूछताछ में अभियुक्तों ने मोबाइल के बारे में बताया तो विशेष जांच दल (एसआइटी) ने होटल के कमरे से दो मोबाइल बरामद कर लिया। मगर दोनों मोबाइल में सिम नहीं मिला।

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    एसआइटी को पुराने मोबाइल नंबर भी हाथ लगे हैं, जिसकी काल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) निकलवाई जा रही है। इसके बाद जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शूटर लवलेश तिवारी, सुमित उर्फ सनी सिंह और अरुण मौर्या हत्या के बाद मौके पर ही दबोच लिया था। पुलिस ने उस वक्त पूछताछ की थी। तब तीनों ने बताया था कि वह प्रयागराज पहुंचकर रेलवे स्टेशन के बाहर मिले थे। एक लाज में कमरा लेने के लिए गए लेकिन वहां नहीं मिला। इस पर उन्होंने रेलवे स्टेशन व बस अड्डे पर रात गुजारी थी।

    मोबाइल के बारे में भी कुछ नहीं बताया था। मगर जब एसआइटी ने तीनों को पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पर लेकर पूछताछ की तो सनी ने गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन कड़ाई से पूछताछ में कई राज उगल दिए। लवलेश और सनी ने बताया कि वह रेलवे स्टेशन और खुल्दाबाद थाने के बीच में स्थित एक होटल के कमरे में ठहरे थे।

    तीनों ने प्लान के मुताबिक अपना-अपना सिम मोबाइल से निकालकर फेंक दिया था। यह भी तय किया गया था कि अतीक व अशरफ की हत्या के बाद वह होटल के कमरे से मोबाइल सहित अन्य सामान लेकर निकल जाएंगे। इसके बाद नया सिम खरीदकर उपयोग करेंगे, ताकि पुलिस की गिरफ्त से दूर रहते। उन्होंने एक शख्स से बाइक के लिए मदद मांगी थी, लेकिन नहीं मिली थी, जिसके बाद ई-रिक्शा से माफिया और उसके भाई की रेकी करने जाते थे।

    सूत्रों का कहना है कि अभियुक्तों से पूछताछ में उनके मोबाइल नंबर मिले हैं, जिसके जरिए वह आपस में संपर्क करते थे। अब पुलिस टीम उन मोबाइल नंबर की काल डिटेल रिपोर्ट के आधार पर शूटरों के साथियों, सहयोगियों सहित अन्य लोगों के बारे में पता लगाकर शिकंजा कसेगी।