हिंसा के चलते इलाहाबाद विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित, यूनिवर्सिटी बंद

इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने छात्रसंघ के वार्षिकोत्सव के बाद हुई हिंसा, आगजनी, लाठीचार्ज और बवाल के मद्देनजर बुधवार को विश्वविद्यालय पूरी तरह से बंद कर दिया है।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 02:02 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 02:03 PM (IST)
हिंसा के चलते इलाहाबाद विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित, यूनिवर्सिटी बंद
हिंसा के चलते इलाहाबाद विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित, यूनिवर्सिटी बंद

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने छात्रसंघ के वार्षिकोत्सव के बाद हुई हिंसा, आगजनी, लाठीचार्ज और बवाल के मद्देनजर बुधवार को विश्वविद्यालय पूरी तरह से बंद कर दिया है। जिन विभागों में परीक्षाएं हैं, उन्हें भी स्थगित कर दिया गया है। उक्त परीक्षाओं के आयोजन की तारीख की सूचना जल्द दी जाएगी। इस बीच कैंपस में हिंसा के आसार हैं। उल्लेखनीय है कि कल हिंसा के बाद यूनिवर्सिटी का मामला पूरी तरह राजनीतिक हो चुका है। हिंसा को लेकर आज सपा बसपा ने राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा है।

पहले ही बवाल की आशंका थी

विश्वविद्यालय छात्रसंघ जलसे को लेकर बवाल के बाद बुधवार को अवकाश होने के कारण 30 मार्च 2019 को विश्वविद्यालय में अतिरिक्त कार्य दिवस रहेगा जबकि विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी 11 संघटक महाविद्यालयों में पढ़ाई जारी रहेगी। विश्वविद्यालय ने सोमवार को ही वार्षिकोत्सव में होने वाले बवाल की आशंका के चलते मंगलवार को विश्वविद्यालय बंद करने का फैसला किया था। आशंका सच निकली। 

सुरक्षा बढ़ाने की मांग

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलानुशासक  राकेश सिंह और डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. हर्ष कुमार ने जिलाधिकारी व एसएसपी को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। विश्वविद्यालय ने लिखा है कि कैंपस में हिंसा हो सकती है, जिससे संपत्तियों को नुकसान पहुंच सकता है। लिहाजा सुरक्षा बढ़ाई जाए।

सीन से गायब रहा विश्वविद्यालय

छात्रसंघ भवन में हुए वार्षिकोत्सव में अखिलेश यादव के शामिल होने पर रोक लगाने के बाद विश्वविद्यालय पूरे सीन से गायब हो गया। चीफ प्रॉक्टर, डीएसडब्ल्यू व सुरक्षा अधिकारी कोई भी मौके पर नजर नहीं आया। चीफ प्रॉक्टर प्रो. राम सेवक दुबे शहर से बाहर बताए गए। कुलपति भी नहीं हैं।

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