'इंद्रधनुष' में बही देशभक्ति की बयार

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : जोश, जज्बा और जुनून का जीवंत स्वरूप नजर आया रायल गार्डेन के मंच पर। नृत

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Mar 2017 09:09 PM (IST) Updated:Mon, 27 Mar 2017 09:09 PM (IST)
'इंद्रधनुष' में बही देशभक्ति की बयार
'इंद्रधनुष' में बही देशभक्ति की बयार

जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : जोश, जज्बा और जुनून का जीवंत स्वरूप नजर आया रायल गार्डेन के मंच पर। नृत्य और गायन के साथ रचनाकारों ने लतीफों के जरिए देश का गौरवगान किया। मौका था प्रयागराज विकास समिति की ओर से सोमवार की शाम आयोजित अखिल भारतीय राष्ट्रवादी कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का।

दिव्याग बच्चों ने 'वंदेमातरम्' गीत पर अद्भुत नृत्य और अभिनय कर सबको देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया। इसके बाद कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का मनोरंजन करने के साथ एकजुट करने का सफल प्रयास किया। अध्यक्षता कर रहे पद्मश्री अशोक चक्रधर ने 'क्यूं तू आगबबूला है चेहरा तेरा क्यूं फूला है, छोड़ निराशा पास मेरे आ मेरे अंदर झूला है' सुनाकर वाहवाही लूटी।

वहीं जगदीश सोलंकी ने 'बर्फीली चट्टानों पर बारूदों को सदा उगाया है, जहां परिंदा पर ना मारे वहां तिरंगा लहराया है' के जरिए श्रोताओं को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया। संचालन कर रहे डॉ. श्लेष गौतम ने 'मातृभूमि की रक्षा हेतु सदा पुकारे जाएंगे, एक शीश के बदले दस-दस शीश पाक के लाएंगे' सुनाया तो देर तक तालियों की तड़तड़ाहट की गूंज होती रही। डॉ. अक्षत अशेष ने 'तुम्हें टूटे सूत्र फिर जोड़ने होंगे, प्रगति की ओर पांव मोड़ने होंगे' सुनाया। वहीं ज्योति की रचना 'मानव में जब जब जागता है रावण, तो पाप के विनाश हेतु राम चले आते हैं' सुनाकर महिलाओं की असुरक्षा पर तंज कसा। योगी विवेक चैतन्य ने 'मा भारती की वंदना हमारे लिए कर्म है, राष्ट्रहित के लिए बलिदान ही राष्ट्रधर्म है' सुनाया। मुख्य अतिथि अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज को जोड़ते हैं। महापौर अभिलाषा गुप्ता ने कहा कि साहित्य से समाज को सही दिशा मिलती है। गौरवकृष्ण बंसल व देवेंद्र पांडेय ने कवियों की रचनाओं की सराहना की। संयोजन आनंद अग्रवाल ने किया। स्वागत संजीव अग्रवाल व आभार सोनिका अग्रवाल ने ज्ञापित किया।

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अनेक विभूतियां हुई सम्मानित

इलाहाबाद : इंद्रधनुष कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियां सम्मानित की गई। इस दौरान डॉ. बीके मिश्र चिकित्सा, जगदीश जोशी व मुनेंद्र बाजपेई पत्रकारिता, राजीव राठी पर्यावरण, रामचंद्र पटेल सांस्कृतिक, राजन निषाद तैराकी, सिद्धार्थ वर्मा जिम्नास्टिक, भारत भूषण वाष्र्णेय व विक्रम वाष्र्णेय बॉक्सिंग, डॉ. जयप्रकाश शर्मा खो-खो, रामचंद्र यादव एथलेटिक्स, हर्ष कुमार गुप्त स्केटिंग, अर्चना योगा, श्रेया सिंह ताइक्वांडो, पीके चट्टोपाध्याय शतरंज, अजय पटेल व पूजा विश्वकर्मा समाजसेवा, अनुराग सिन्हा हाकी, बेनजीर जूडो, अर्जुन अग्रवाल व्यवसाय, एसके गर्ग विधि व सीपी शर्मा को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए प्रयाग गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। जबकि डॉ. अनुपम जायसवाल व डॉ. उमा जायसवाल, डॉ. नीरज अग्रवाल व डॉ. कृतिका अग्रवाल को प्रयाग गौरव दम्पति सम्मान दिया गया।

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