सराफा व्यापारियों से सुबह-शाम पूछेगी पुलिस, सब ठीक है ना Aligarh News

घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पुलिस ने एक सराफा रजिस्टर बनाया है जिसे बीट सिपाही रोजाना अपडेट करेंगे। यानी रोजाना सुबह-शाम व्यापारियों के हस्ताक्षर रजिस्टर पर दर्ज करवाए जाएंगे।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 08:09 AM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 08:09 AM (IST)
सराफा व्यापारियों से सुबह-शाम पूछेगी पुलिस, सब ठीक है ना Aligarh News
घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।

अलीगढ़, जेएनएन। शहर में व्यापारियों के साथ हुईं घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पुलिस ने एक सराफा रजिस्टर बनाया है, जिसे बीट सिपाही रोजाना अपडेट करेंगे। यानी रोजाना सुबह-शाम व्यापारियों के हस्ताक्षर रजिस्टर पर दर्ज करवाए जाएंगे। पूछा जाएगा कि सबकुछ ठीक है कि नहीं। रजिस्टर पर बीट सिपाही को भी हस्ताक्षर करना होगा, जिससे पुलिस व सराफा व्यापारियों के बीच समन्वय स्थापित रहे। साथ ही व्यापारी भी खुद को सुरक्षित महसूस करें। 

पुलिस ने ऐसे किया पर्दाफाश 

11 सितंबर 2020 को सारसौल स्थित सुंदर ज्वेलर्स के शोरूम में तीन लोगों ने लूट की थी। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई थी। यह घटना पूरे देशभर में चर्चा का विषय बनी रही। इसे सराफा व्यापारियों में भी रोष व्याप्त था। लेकिन, बदमाश पकड़े गए तो व्यापारी भी शांत हो गए। वहीं फरवरी 2021 में शहर के क्वार्सी थाना क्षेत्र में सरोज नगर में एक सराफा व्यापारी के घर में लूट व हत्या ने सनसनी मचा दी। हालांकि बाद में पुलिस ने व्यापारी के बेटे को गिरफ्तार करके मामले का पर्दाफाश किया। बेटे ने मां का कत्म करके घर में लूट की थी। इस बड़ी घटना से भी सराफा व्यापारियों में आक्रोश बढ़ गया। इसके बाद फरवरी में पिसावा में सर्राफ के साथ लूट हो गई। इस मामले का भी पुलिस ने भी पर्दाफाश कर दिया है। लेकिन, अब पुलिस ने सराफा व्यापारियों की सुरक्षा के लिए नई पहल की है।

दुकान बंद करते वक्त भी हस्ताक्षर करवाएंं पुलिस  कर्मी 

 एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने शहर के सराफा व्यापारियों के साथ बैठक भी की। उन्होंने बताया कि हर थाने में एक सराफा रजिस्टर बनाया गया है। हर बीट सिपाही को जिम्मेदारी दी गई है कि वह रोजाना सुबह प्रत्येक सराफा व्यापारी के पास जाए और हस्ताक्षर करवाए। इसके बाद शाम को दुकान बंद करते वक्त भी हस्ताक्षर करवाएं। साथ ही सराफा व्यापारी ने पूछा जाए कि कहीं कोई दिक्कत तो नहीं है। इसका रोजाना सत्यापन हो। बीट सिपाही भी अपने हस्ताक्षर करें।

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