Return of the corona : नया स्‍ट्रेन ज्‍यादा घातक लेकिन ज्‍यादातर मरीज लक्षणरहित Aligarh news

देश में कोरोना की नई लहर से चिंता का माहौल है। अलीगढ़ में भी विगत दिनों अचानक मरीजों की संख्या बढ़ गई। गौर करने वाली बात ये है कि नए स्ट्रेन के ज्यादा घातक होने की आशंका गई थी मगर यहां ज्यादातर मरीज लक्षण रहित पाए गए हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Tue, 23 Mar 2021 09:19 AM (IST) Updated:Tue, 23 Mar 2021 09:20 AM (IST)
Return of the corona : नया स्‍ट्रेन ज्‍यादा घातक लेकिन ज्‍यादातर मरीज लक्षणरहित Aligarh news
देश में कोरोना की नई लहर से चिंता का माहौल है।

अलीगढ़, जेएनएन : देश में कोरोना की नई लहर से चिंता का माहौल है। अलीगढ़ में भी विगत दिनों अचानक मरीजों की संख्या बढ़ गई। गौर करने वाली बात ये है कि नए स्ट्रेन के ज्यादा घातक होने की आशंका गई थी, मगर यहां ज्यादातर मरीज लक्षण रहित पाए गए हैं या फिर हल्के-फुल्के ही लक्षण हैं। ऐसे में विभाग ने रविवार को एक साथ ऐसे 37 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया, जो सप्ताहभर के अंदर भर्ती हुए और उनकी दूसरी रिपोर्ट निगेविट आ गई। हालांकि, इस फैसले पर सवाल भी उठ रहे हैं। 

ऐसे घटे-बढ़े मरीज 

20 दिसबर को जनपद में 18 संक्रमित मरीज पाए गए। इसके बाद मरीजों की संख्या घटती चली गई। 10 जनवरी को 10, 20 जनवरी को आठ, 30 जनवरी को 10, पांच फरवरी को कोई मरीज नहीं, 10 फरवरी को दो मरीज, 20 फरवरी को तीन मरीज पाए गए। इसके बाद कोरोना की नई लहर तेज हो गई। पांच मार्च को आठ मरीज, छह मार्च को छह मरीज, 13 मार्च को पांच मरीज, 15 मार्च को 14 मरीज, 16 मार्च को 26 मरीज, 17 मार्च को 21 मरीज संक्रमित निकले। इससे संक्रमित मरीजों की संख्या छह से 84 तक पहुंच गई।

गंभीर लक्षण न होने डिस्चार्ज 

दीनदयाल अस्पताल के सीएमएस डा. एबी सिंह ने बताया कि हमारे यहां 50-60 मरीज हाल के दिनों में भर्ती हुए। केवल एक ही मरीज गंभीर था, जिसे वैंटीलेटर पर रखना पड़ा। ज्यादातर मरीजों में कोई गंभीर लक्षण नहीं मिला। केवल कुछ में ही बुखार व खांसी थी। इसलिए, जब उनकी दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई तो डिस्चार्च कर दिया गया। जबकि, पहले ज्यादातर मरीज लगातार खांसी, तेज बुखार व सांस फूलने की समस्या से ग्रसित पाए जाते थे। पहले कई मरीज संक्रमित रहित होने के बाद भी कार्डिएक अरेस्ट व फैंफड़ों में संक्रमण बढ़ जाने से चल बसे। नई लहर में ऐसे मरीज नहीं हैं। 

इनका कहना है

पिछले दिनों 61 मरीजों में केवल एक ही गंभीर था। ज्यादातर में कोई लक्षण नहीं मिला। नए स्ट्रेन की आशंका के चलते 10 फीसद के सैंपल लखनऊ भेजे जाने थे, लेकिन तीसरे-चौथे दिन ही सभी की रिपोर्ट निगेटिव आ गई। इन मरीजों की स्थिति ऐसी नहीं दिखी कि संक्रमण बढ़े या वे किसी को संक्रमित करें। इसलिए जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई, उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। 

- डा. बीपीएस कल्याणी, सीएमओ।

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