यूपी विधानसभा चुनाव 2022: विधायकों ने डाला डेरा, चुनावी जमीन तैयारी में जुटे, बनाई खास रणनीति

विधानसभा चुनाव की तैयारी में भाजपा पूरी शिद्दत से जुट गई है। राजस्थान के विधायकों ने अलीगढ़ में डेरा डाल लिया है वह संपर्क में जुट गए हैं। यह विधायक विधानसभा क्षेत्र के अनुसार बैठ के और संपर्क कर रहे हैं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Wed, 22 Dec 2021 03:21 PM (IST) Updated:Wed, 22 Dec 2021 03:21 PM (IST)
यूपी विधानसभा चुनाव 2022:  विधायकों ने डाला डेरा, चुनावी जमीन तैयारी में जुटे, बनाई खास रणनीति
सम्मेलनों की जिम्मेदारी भी राजस्थान से आए विधायकों पर है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। विधानसभा चुनाव की तैयारी में भाजपा पूरी शिद्दत से जुट गई है। राजस्थान के विधायकों ने अलीगढ़ में डेरा डाल लिया है वह संपर्क में जुट गए हैं। यह विधायक विधानसभा क्षेत्र के अनुसार बैठ के और संपर्क कर रहे हैं। केंद्र और प्रदेश से आए कार्यक्रम, बैठकें,रैली, जनसभाएं आदि की तैयारियों में जुटे हुए हैं। इसलिए यह सभी गोपनीय बैठकर फिलहाल कर रहे हैं। राजस्थान से आए विधायक कैलाश चौधरी को 30 के करीब ब्रज क्षेत्र की विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी गई है इन सभी विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच कर रैली और सभाओं का आयोजन करना है। इससे पहले भाजपा किसान मोर्चा अनुसूचित मोर्चा युवा मोर्चा महिला मोर्चा कि सम्मेलन कर रही है। इन सम्मेलनों की जिम्मेदारी भी राजस्थान से आए विधायकों पर है। सम्मेलन को अच्छी तरह से करना और इसलिए पूरी रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय भेजने की भी जिम्मेदारी विधायकों को सौंपी गई है।

भाजपा प्रवासी कार्यकर्ता सक्रिय

भाजपा जिला अध्यक्ष चौधरी ऋषि पाल सिंह ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में कैलाश चौधरी, ऋषि बंसल जा रहे हैं। तमाम कार्यक्रमों में वो सीधे जनता से भी मिलने का काम कर रहे हैं। संगठन की ओर से उन्हें सभी सुविधाएं दी जा रही हैं जन विश्वास यात्रा की सफलता में भी यह सभी विधायक प्रवासी कार्यकर्ता और पदाधिकारी लगे हुए हैं। महानगर अध्यक्ष डॉ विवेक सारस्वत का कहना है कि पार्टी ने व्यापक रूप से चुनाव में तैयारी कर रखी है हमारा संगठन मजबूत है इसलिए प्रत्येक स्थानों पर कार्यकर्ताओं को लगाया जा रहा है। भाजपा महानगर अध्यक्ष ने कहा कि सत्ता में रहने पर हम संगठन पर ध्यान देते हैं सत्ता के बाहर भी रहे हैं तो संगठन पर विशेष ध्यान दिया गया है। युवा मोर्चा कि चुनाव में हमारे यहां युवा पूरी ताकत लगा देते हैं। सत्ता में ना रहने के बाद भी युवा मोर्चा के अध्यक्ष के लिए काफी संघर्ष होता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा संगठन के लिए कितना ध्यान देती है।

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