आय बढ़ानी है तो मोटा अनाज उगाएं किसान, कम लागत में मिलेगी अच्‍छी कीमत

प्रसार वैज्ञानिक डा. विनोद प्रकाश ने बताया कि कलाई स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर मोटा अनाज जैसे बाजरा मक्का काकून ज्वार आदि के उत्पादन प्रसंस्करण व इनसे निर्मित व्यंजन की जानकारी किसानों को प्रशिक्षण के माध्यम से दी गई थी।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 24 Jan 2022 11:05 AM (IST) Updated:Mon, 24 Jan 2022 11:15 AM (IST)
आय बढ़ानी है तो मोटा अनाज उगाएं किसान, कम लागत में मिलेगी अच्‍छी कीमत
मोटा अनाज यानि, मक्का, बाजरा, ज्वार आदि किसानों की आय बढ़ाने उचित साधन हैं।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। मोटा अनाज यानि, मक्का, बाजरा, ज्वार आदि किसानों की आय बढ़ाने उचित साधन हैं। ये अनाज स्वास्थ्य के साथ स्वराेजगार के लिए भी लाभकारी साबित होते हैं। कृषि अधिकारी किसानों को यही सलाह दे रहे हैं। पिछले दिनों हुई गोष्ठी में विभागीय अफसरों ने मोटा अनाज के उत्पादन पर जोर दिया। कृषि अधिकारियों का कहना था कि मोटा अनाज उगाने में लागत कम आती है, पानी का दोहन नहीं हाेता। मार्केट में अच्छी कीमत पर ये बिकता है। बड़ी-बड़ी कंपनियां मोटा अनाज खरीदती हैं। कृषि विभाग के वाट्सएप ग्रुप पर भी यह जानकारी शेयर की जा रही है।

प्रशिक्षण के बाद किसान कर रहे मोटे अनाज की खेती

प्रसार वैज्ञानिक डा. विनोद प्रकाश ने बताया कि कलाई स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर मोटा अनाज जैसे, बाजरा, मक्का, काकून, ज्वार आदि के उत्पादन, प्रसंस्करण व इनसे निर्मित व्यंजन की जानकारी किसानों को प्रशिक्षण के माध्यम से दी गई थी। प्रशिक्षण पा चुके कई किसान मोटे अनाज की खेती भी कर रहे हैं। मोटे अनाज के प्रसंस्करण के बारे में भी बताया गया था। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज से निर्मित उत्पाद सुपाच्य, पोषण युक्त होते हैं। महिलाओं व बढ़ती उम्र के बच्चों के लिए यह काफी लाभदायक हैं। केंद्र प्रभारी डा. एएच वारसी का कहना है कि मोटे अनाज के उत्पादन उन क्षेत्रों के लिए ज्यादा फायदेमंद है, जहां पानी की उपलब्धता कम है और सिंचाई के समुचित साधन नहीं हैं। उन क्षेत्रों में मोटे अनाज का उत्पादन बहुत ही सरलता पूर्वक किया जा सकता है। मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। किसानों को मोटे अनाज की पैदावार बढ़ाने, रोगों से बचाने और और प्रसंस्करण कर मार्केटिंग की जानकारी भी समय-समय पर दी जाती है।

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