जनकपुरी बनी 'इस्तीफापुरी', अब सात सदस्यों ने दे डाला इस्तीफा

नौ सदस्यीय विकास कमेटी के सात सदस्यों का इस्तीफा, जनकपुरी महोत्सव समिति ने किया इस्तीफा मिलने से इन्कार

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Oct 2018 09:00 AM (IST) Updated:Tue, 02 Oct 2018 09:00 AM (IST)
जनकपुरी बनी 'इस्तीफापुरी', अब सात सदस्यों ने दे डाला इस्तीफा
जनकपुरी बनी 'इस्तीफापुरी', अब सात सदस्यों ने दे डाला इस्तीफा

आगरा (जेएनएन): जनकपुरी महोत्सव में रार और बढ़ती नजर आ रही है। सर्वव्यवस्था प्रमुख बनाए जाने, कार्यक्रमों की जानकारी नहीं देने और उपेक्षा के आरोपों के बाद सोमवार को विकास कमेटी के अध्यक्ष समेत सात सदस्यों ने इस्तीफे के दावे किया। उन्होंने प्रभु राम के स्वागत को अलग से कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई है। वहीं, जनकपुरी महोत्सव समिति इस्तीफे मिलने से इन्कार कर रही है।

रविवार को राजा जनक का आवास प्रदीप खंडेलवाल को बिना सहमति के सर्वव्यवस्था प्रमुख बनाए जाने पर अखाड़ा बन गया था। विकास कमेटी की अध्यक्ष पार्षद नेहा गुप्ता, सदस्य पार्षद धर्मवीर सिंह, विनय मित्तल और देवाशीष शर्मा ने विधायक जगन प्रसाद गर्ग के खिलाफ मोर्चा खोला था। सोमवार को विकास कमेटी ने मीडिया के सामने इस्तीफे की बात कही। उन्होंने दो से छह अक्टूबर तक कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार की है। पार्षद नेहा गुप्ता ने दावा किया कि उन्होंने और विकास समिति में शामिल पार्षद धर्मवीर सिंह व शिरोमणि सिंह, देवाशीष शर्मा, संतोष गर्ग, अनुज सिंघल और विनय मित्तल ने इस्तीफा दे दिया है। विकास समिति में अब केवल अनिकेत शर्मा और संजीव चतुर्वेदी बचे हैं। उन्होंने बताया कि हम श्रीराम की बरात का विरोध नहीं कर रहे हैं। इस्तीफा विकास कार्य न होने और क्षेत्रीय लोगों की उपेक्षा पर दिया गया है। जनक महल पर लोग भगवान राम के दर्शन को जाते हैं। हम उनके दर्शन राधाकृष्ण मंदिर में बनाए जा रहे जनवासे में ही करेंगे। ये होंगे कार्यक्रम

दो अक्टूबर: सुंदरकांड का पाठ।

तीन अक्टूबर: महिला संगीत।

चार अक्टूबर: मेहंदी।

पांच अक्टूबर: राम दरबार।

छह अक्टूबर: जनवासे में भगवान राम का पूजन।

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