राममंदिर ट्रस्ट में शामिल होने को बड़ा दिखने की होड़, संतों की शुरु हुई जुबानी जंग Agra News

अयोध्या के बाद वृंदावन में भी संतों में उठी ट्रस्‍ट में शामिल होने की मांग। केंद्रीय राज्यमंत्री निरंजन ज्योति की मौजूदगी में संतों ने ये मांग उठाई।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 21 Nov 2019 03:20 PM (IST) Updated:Thu, 21 Nov 2019 07:38 PM (IST)
राममंदिर ट्रस्ट में शामिल होने को बड़ा दिखने की होड़, संतों की शुरु हुई जुबानी जंग Agra News
राममंदिर ट्रस्ट में शामिल होने को बड़ा दिखने की होड़, संतों की शुरु हुई जुबानी जंग Agra News

आगरा, जेएनएन। राममंदिर पर आए निर्णय के बाद अयोध्या में खुद को बड़ा दिखाने और सरकार द्वारा बनाये जा रहे ट्रस्ट में शामिल होने की होड़ ने संतों में खींचतान शुरू हो गई, तो वृंदावन में भी इसका असर दिखने लगा है। अभी ये भी तय नहीं कि वृंदावन को ट्रस्ट में मौका मिलेगा या नहीं। बावजूद इसके संतों की अलग-अलग बैठकों में इसके लिए बुलंद हो रही आवाज में भी मतभेद नजर आने लगे हैं। अलग- अलग बैठक में एक-दूसरे में बड़ा राम भक्त दिखाने की होड़ है।

दो दिन पहले धर्मरक्षा संघ ने धर्मसभा का आयोजन कर स्वामी वामदेव की प्रतिमा राममंदिर में स्थापित करने के बहाने संतों ने केंद्र सरकार द्वारा बनाए जा रहे राममंदिर ट्रस्ट में वृंदावन के संतों को शामिल करने की आवाज बुलंद कर दी। केंद्रीय राज्यमंत्री निरंजन ज्योति की मौजूदगी में संतों ने ये मांग उठाई। दूसरे दिन चतु:संप्रदाय ने सम्मेलन आयोजित कर इस मांग को कुछ अलग रंग देने की कोशिश शुरू कर दी। चतु:संप्रदाय द्वारा आयोजित सम्मेलन में संतों ने कहा जिन संतों ने राममंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभाई उन्हें ही प्रतिनिधित्व दिया जाए। इतना ही नहीं संतों ने इससे आगे बढ़ते हुए बयान दे डाला कि जिन संतों का मंदिर आंदोलन से दूर-दूर तक कोई ताल्लुक न रहा। वो आज मंदिर के ट्रस्ट में खुद का प्रतिनिधत्व चाहते हैं। संतों के बीच का ये मनमुटाव अगले साल के शुरुआत में लगने वाले कुंभ मेला की तैयारियों पर विपरीत असर डाल सकता है। 

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