इतने शातिर बदमाश, दिल्ली से दार्जिलिंग तक बनाया एटीएम को निशाना
एटीएम लूट का पुलिस ने किया पर्दाफाश तीन लुटेरे गिरफ्तार। 38 लाख रुपये में से नौ लाख रुपये बरामद दबिश जारी।
आगरा, जेएनएन। इतने शातिर लुटेरे कि दिल्ली से दार्जिलिंग तक एटीएम को निशाना बना लिया। महज दस मिनट में एटीएम उखाड़कर गाड़ी में रखकर ले उडऩे में माहिर। एटीएम लुटेरों के अंतर्राज्यीय गैंग को मथुरा पुलिस ने दबोच लिया है। गिरोह अब तक देश भर में 17 एटीएम लूट चुका है, इनमें एक मथुरा और एक अलीगढ़ सहित बाकी अन्य राज्यों के हैं। गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनसे बड़ी मात्रा में धनराशि बरामद की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि इसी वर्ष पांच-छह फरवरी की रात छाता की वैकमेट फैक्ट्री पर लगे आइसीआइसीआइ बैंक के एटीएम को अज्ञात बदमाश उखाड़कर ले गए थे। इसमें 37,91, 200 रुपये थे। 17 मार्च को शेरगढ़ से विशंभरा जाने वाले रास्ते पर पुलिस ने तीन शातिरों को दबोचा। इनके पास से चोरी की ईको कार, एटीएम उखाडऩे में प्रयुक्त रस्सा, प्लास, असलाह और कारतूस सहित एटीएम लूट के 8,97,000 रुपये बरामद हुए। बदमाशों ने बताया कि अलीगढ़ के थाना अकराबाद में केनरा बैंक का एटीएम भी उन्होंने ही उखाड़ा था।
यह है गिरोह
पकड़े गए आरोपित जाहुल हक, मुस्तकीम और शाहिल निवासी बड़का, थाना रोज का मेव, जिला नूहं, मेवात बताया। पूछताछ में बताया कि गिरोह का सरगना शाहिद उर्फ आडवानी पुत्र जुम्मा मेव है। अन्य साथियों में रपसन, साकिर निवासी नूंह मेवात, शाहरुख निवासी अलवर राजस्थान और शाहरुख निवासी मोहल्ला नकासा, थाना कोसीकलां शामिल हैं।
उखाड़ ले जाते एटीएम
गिरोह के सदस्य कैंटर को सुनसान एटीएम के आगे आड़ा-तिरछा खड़ा कर पहले ओट बनाते थे, इसके बाद रस्सा बांधकर गाड़ी से झटका देते थे, जिससे एटीएम उखड़ जाता था और उसे गाड़ी में डालकर ले जाते थे। सरगना की गाड़ी आगे चलती थी, वह दो बार डिपर देती तो पीछे चल रही टीम समझ जाती थी कि खतरा है, एक बार डिपर का मतलब चलते रहो।
आडवानी का इतिहास
हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दार्जिलिंग आदि में एटीएम लूटने वाले गिरोह का लीडर शाहिद उर्फ आडवानी पर थाना नूहं, मेवात, थाना मानेसर गुरुग्राम, थाना सदर रेवारी, भिवाड़ी राजस्थान आदि में करीब 15 मुकदमे दर्ज हैं। मुख्य सरगना शाहिद हरियाणा में बाथरूम के बहाने पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। उस पर हरियाणा और राजस्थान पुलिस ने ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। जिला पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर इनाम राशि बढ़वाने को डीआइजी को पत्र लिखा है।
यह रहे टीम में शामिल
आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष शेरगढ़ प्रदीप कुमार, थानाध्यक्ष छाता हरवेंद्र मिश्रा, एसआई सुल्तान ङ्क्षसह, राकेश कुमार, देवपाल ङ्क्षसह, ललित शर्मा, कांस्टेबल सुधीर, नीतिश, अनुज, सोनू गौतम, ब्रजेश, सुरेंद्र कुमार, लोकेश, वसील अकरम और गोपाल शामिल रहे। कप्तान ने टीम को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।