ग्रीनरूम बना सफेद हाथी, बीसीसीआइ को पिच नहीं भाती, जानिए क्यों

स्टेडियम में लाखों की लागत से बना ग्रीन रूम फांक रहा धूल, बीसीसीआइ के मानकों पर खरा नहीं उतरता स्टेडियम, नहीं होते रणजी मैच

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 10:00 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 10:00 AM (IST)
ग्रीनरूम बना सफेद हाथी, बीसीसीआइ को पिच नहीं भाती, जानिए क्यों
ग्रीनरूम बना सफेद हाथी, बीसीसीआइ को पिच नहीं भाती, जानिए क्यों

आगरा, जागरण संवाददाता। एकलव्य स्टेडियम में क्रिकेट के लिए पवेलियन और ड्रेसिंग रूम के लिए बनाया गया ग्रीन रूम अब सफेद हाथी बनकर रह गया है। वहीं पिच और ग्राउंड की सूरत देख बीसीसीआइ यहां क्रिकेट मुकाबले कराने से कतराती है।

देश को पूनम यादव, दीप्ती शर्मा और दीपक चाहर जैसे क्रिकेटर देने वाली ताजनगरी में एकलव्य स्टेडियम में क्रिकेट खेल की सारी व्यवस्थाएं चौपट हैं। स्टेडियम में क्रिकेट के पवेलियन और ड्रेसिंग रूम के लिए 2011 में लाखों की लागत से ग्रीनरूम बनाया गया था। आज इसके उपयोग में न आने से यह धूल फांक रहा है। इसे कभी अतिथियों का निवास बना दिया जाता है तो कभी यहां किसी इंडोर गेम के मुकाबले करा दिए जाते हैं। बीसीसीआइ के मानक बदलते रहे, नहीं बदला स्टेडियम :

वर्षो तक स्टेडियम से जुड़े रहे केके कपूर बताते हैं कि कभी यहां अंतरराष्ट्रीय मुकाबले भी हुए। गावस्कर और सचिन जैसे खिलाड़ियों ने भी यहां मैच खेले। लेकिन समय के साथ-साथ बीसीसीआइ के मानक बदलते रहे और स्टेडियम में क्रिकेट खेल के लिए मानकों में सुधार नहीं किए गए। पिच रणजी मैचों के लायक नहीं है। इसलिए आज इस स्टेडियम में बीसीसीआइ रणजी मुकाबले भी नहीं कराती। ग्रीनरूम का सफेद हाथी बनने का भी यही कारण है। कुछ खेलों के पास नहीं हाल :

सवाल यह उठता है कि जब ग्रीन रूम का क्रिकेट खेल के लिए उपयोग नहीं किया जाता तो इसे किसी ऐसे खेल के लिए क्यों नहीं दिया जाता जिस खेल के पास स्टेडियम में अपना कोई हाल नहीं है। स्टेडियम में ताइक्वांडो और जूडो जैसे खेलों के लिए कोई हाल नहीं है। इन खेलों के लिए दूसरे खेलों के हॉल के खाली होने तक इंतजार किया जाता है। बड़े अरमानों से स्टेडियम में क्रिकेट के लिए ग्रीन रूम बनाया गया था। अब यह खाली पड़ा रहता है बड़ा दुख होता है।

कृष्णा, रणजी खिलाड़ी स्टेडियम में क्रिकेट के लिए थोड़े सुधार हो जाएं तो यहां रणजी मैच तो हो ही सकते हैं। फिर ग्रीन रूम भी काम आएगा।

अक्षत पांडेय, रणजी खिलाड़ी ताइक्वांडो और जूडो जैसे खेलों के लिए स्टेडियम में कोई हॉल नहीं है वहीं क्रिकेट के लिए बना ग्रीनरूम खाली पड़ा है।

नरेंद्र, ताइक्वांडो खिलाड़ी

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