Lockdown 4: तसल्‍ली देगी ये रिपोर्ट, दिन पर दिन धुलती जा रही यमुना की पीर

यूपीपीसीबी द्वारा लिए गए सैंपल की रिपोर्ट से स्थिति हुई है उजागर। औद्योगिक अवशिष्ट पर रोक व केमिकल रिएक्शन नहीं होने से सुधरे हालात।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 02:29 PM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 08:30 PM (IST)
Lockdown 4: तसल्‍ली देगी ये रिपोर्ट, दिन पर दिन धुलती जा रही यमुना की पीर
Lockdown 4: तसल्‍ली देगी ये रिपोर्ट, दिन पर दिन धुलती जा रही यमुना की पीर

आगरा, जागरण संवाददाता। तीन दशकों में करोड़ों रुपये सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर खर्च करने के बाद जिस यमुना की पीर नहीं धुली वो लॉक डाउन में कुछ कम हो गई है। यमुना का पानी अब पहले के समान प्रदूषित नहीं रहा है। न ही उसकी गंदगी में पनपा कीड़ा गोल्डीकाइराेनोमस ताज की सतह पर गंदगी के दाग छोड़ रहा है। ऐसा लॉक डाउन में औद्योगिक गतिविधियों पर रोक के चलते उनसे निकलने वाले अपशिष्ट के यमुना में गिरने से रुकने से हुआ है।

उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) द्वारा मार्च, अप्रैल व मई में लिए गए यमुना जल के सैंपल की रिपोर्ट से यह स्थिति उजागर हुई है। यूपीपीसीबी द्वारा हर माह दो बार यमुना जल के सैंपल अप स्ट्रीम में कैलाश व वाटर वर्क्स और डाउन स्ट्रीम में ताजमहल के नजदीक लेकर उनकी जांच की जाती है। लाॅक डाउन से पूर्व 18 मार्च और लॉक डाउन में चार अप्रैल, 18 अप्रैल व दो मई को सैंपल लिए गए। सैंपलों की रिपोर्ट को देखें तो मार्च की अपेक्षा यमुना जल की दशा में अप्रैल व मई में सुधार आया है। मई में तो यमुना जल सबसे कम प्रदूषित रहा। औद्योगिक अपशिष्ट नहीं आने और केमिकल का रिएक्शन नहीं होने से यमुना जल पूर्व की अपेक्षा साफ रहा

यह है स्थिति

लॉक डाउन की अवधि में यमुना में पीएच, डिजॉल्व ऑक्सीजन (डीओ), बायो ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी), केमिकल ऑक्सीजन डिमांड (सीअोडी) और क्लोराइड मानक के अंदर रहे। यमुना जल के 18 अप्रैल व दो मई को लिए गए सैंपल में टोटल कॉलिफार्म (मानव व जीव अपशिष्ट) की मात्रा मानक से कई गुना रही। यह कैलाश पर सबसे कम और ताजमहल पर लिए गए सैंपल में सबसे अधिक रही। इसकी वजह यमुना में सीधे गिर रहे नालों से उसमें पहुंच रहा सीवेज है।

स्थिति को बनाए रखने को यह करने होंगे उपाय

- यमुना में औद्योगिक अपशिष्ट को बिना उचित शोधन के आने से रोकना होगा।

- अवैध रूप से चल रही औद्योगिक गतिविधियों को प्रतिबंधित करना होगा।

- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उनकी पूरी क्षमता के साथ संचालन करना होगा, जिससे कि सीवेज यमुना में नहीं जाए।

- शहर की आबादी के अनुसार उचित क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शहर में बनाने होंगे।

- यमुना में जहर घोलने वाले शहर के नालाें को टैप करना होगा।

आंधी में उड़ा धूल का गुबार

वर्तमान में यमुना के हालात जुदा हैं। इन दिनों यमुना में अधिक पानी नहीं है, जब सैंपल लिए गए थे, तब उसमें अधिक पानी था। अब उसकी तलहटी में रेत के अंबार लगे हैं। गुरुवार शाम को आंधी के साथ यमुना की तलहटी में धूल का गुबार छा गया।

अप्रैल में बांधों से पानी छोड़ा गया था, जिससे यमुना में जल स्तर बढ़ा था। वो पानी गंदगी को बहाकर अपने साथ ले गया। वहीं, लॉक डाउन में औद्योगिक गतिविधियों पर रोक लगने से उनसे निकलने वाला अपशिष्ट नदी तक नहीं पहुंचा, जिससे यमुना जल अधिक गंदा नहीं हुआ।

-भुवन यादव, क्षेत्रीय अधिकारी यूपीपीसीबी

18 मार्च को यमुना जल की स्थिति

पैरामीटर, कैलाश घाट, वाटर वर्क्स, ताजमहल

रंग, पीलापन, पीलापन, पीलापन

गंध, विशिष्ट नहीं, विशिष्ट नहीं, विशिष्ट नहीं

पीएच, 7.68, 7.72, 7.74

डीओ, 5.8, 5.3, 4.9

बीओडी, 10.4, 11.6, 12.8

सीओडी, 28.0, 29.6, 32.4

क्लोराइड, 152, 166, 178

चार अप्रैल को यमुना जल की स्थिति

पैरामीटर, कैलाश घाट, वाटर वर्क्स, ताजमहल

रंग, थोड़ा पीलापन, थोड़ा पीलापन, थोड़ा पीलापन

गंध, गंधरहित, गंधरहित, गंधरहित

पीएच, 7.52, 7.59, 7.62

डीओ, 6.3, 5.7, 5.4

बीओडी, 9.6, 10.4, 11.2

सीओडी, 21.6, 22.4, 24.0

क्लोराइड, 142, 148, 164

18 अप्रैल को यमुना जल की स्थिति

पैरामीटर, कैलाश घाट, वाटर वर्क्स, ताजमहल

रंग, थोड़ा पीलापन, थोड़ा पीलापन, पीलापन

गंध, गंधरहित, गंधरहित, गंधरहित

पीएच, 8.37, 8.28, 8.22

डीओ, 7.7, 7.2, 6.8

बीओडी, 9.6, 10.8, 11.6

सीओडी, 20.4, 22.4, 24.8

क्लोराइड, 154, 168, 174

टोटल कॉलिफाॅर्म, 33000, 43000, 94000

फीकल कॉलिफॉर्म, 15000, 18000, 57000

दाे मई को यमुना जल की स्थिति

पैरामीटर, कैलाश घाट, वाटर वर्क्स, ताजमहल

रंग, थोड़ा पीलापन, थोड़ा पीलापन, पीलापन

गंध, गंधरहित, गंधरहित, गंधरहित

पीएच, 7.79, 7.64, 7.59

डीओ, 7.8, 7.3, 7.1

बीओडी, 8.4, 9.2, 10

सीओडी, 19.6, 20.4, 22

क्लोराइड, 152, 164, 172

टोटल कॉलिफाॅर्म, 33000, 44000, 79000

फीकल कॉलिफॉर्म, 13000, 18000, 46000

मानक

पीएच: 6.5-8.5

डीओ: 6 या उससे अधिक

बीओडी: 30 से कम

सीओडी: 50 से कम

क्लोराइड: 250-1000

टोटल कॉलिफार्म: पीने के पानी में 50 से कम और नहाने के पानी में 500 से कम। जिस पानी में यह 5000 से अधिक हो उसे शोधित नहीं किया जा सकता।

मानक की गणना: डीओ, बीओडी, सीओडी और क्लोराइड की गणना मिलीग्राम प्रति लिटर में और टोटल कॉलिफार्म की गणना मोस्ट प्रोबेबल नंबर प्रति 100 मिली है। 

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