सेहत और स्‍वाद, आगरा की पसंद बना हिमाचल का यह गुणकारी फल

सिकंदरा मंडी में हिमाचल की चैरी का चटक लाल रंग। जूस शेक केक और सब्जियों में होती है प्रयोग।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 18 May 2019 05:00 PM (IST) Updated:Sat, 18 May 2019 05:00 PM (IST)
सेहत और स्‍वाद, आगरा की पसंद बना हिमाचल का यह गुणकारी फल
सेहत और स्‍वाद, आगरा की पसंद बना हिमाचल का यह गुणकारी फल

आगरा, जागरण संवाददाता। चैरी का नाम आते ही, मुंह में एक अलग ही स्वाद आ जाता है। चटक लाल रंग और खट्टे, मीठे स्वाद और स्वास्थ्य वर्धक गुणों के कारण हर कोई इसे पंसद करता है। चैरी को ताजा, जूस, केक, शेक और सब्जियों किसी में भी प्रयोग कर खा सकते हैं। इन दिनों सिकंदरा मंडी में चैरी की भरमार है, जो एक महीने तक सीमित है। इसके बाद शीतगृह में रखी हुई चैरी और चैरी पेस्ट प्रयोग होगा।

छोटा बीज और रसीला पल्प वाली चैरी को स्वादिष्ट बनाता है। ये दिखने में आकर्षक होती है, लेकिन बहुत जल्द ही खराब हो जाती है। मंडी व्यापारी सुरेंद्र बताते हैं कि 24 घंटे से ज्यादा रखने पर पैकेट में खराब होने लगती है। इसे ठंडे स्थान पर स्टोर किया जाता है, तब लंबे समय चल सकती है।

एक से डेढ़ हजार पैकेट रोज है आवक

चैरी आढ़तियों ने बताया कि मंडी में एक से डेढ़ हजार पैकेट (प्रति 500 ग्राम) की रोज आवक है। इसका सीजन लगभग एक महीना होता है। जून के दूसरे सप्ताह तक हिमाचल की चैरी आएगी।

कैंसर को देती है मात

विशेषज्ञों के अनुसार चैरी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व कैंसर से लडऩे में मदद करते हैं। ये रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इसमें फिनॉनिक एसिड और फ्लेवोनॉयड होता है, जो शरीर में कैंसर के टिश्यूज को बढऩे से रोकता है।

गठिया के दर्द से दिलाती है निजात

चैरी में मौजूद एंथोसियानिन गठिया से पीडि़त लोगों को दर्द से राहत देता है। गठिया होने पर शरीर में यूरिक एसिड बहुत ज्यादा बनता है, जिससे जोड़ों में विशेषकर हाथों-पैरों की हड्डियों में सूजन आ जाती है।

मानसिक तनाव से राहत

चैरी में मेलाटोनिन काफी ज्यादा पाया जाता है, जो एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट है। ये अनिद्रा से राहत और मानसिक तनाव को दूर करने में मदद करता है।

वजन घटाने में सहायक

चैरी में पानी 75 फीसद और वसा बहुत कम होती है। ये चापपचय प्रक्रिया को बेहतर करता है। ये आंतों द्वारा कैलोस्ट्रॉल के अवशोषण की प्रक्रिया को धीमा कर देता है। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है।

कब्ज रोकने में मदद

चैरी फाइबर का अच्छा स्त्रोत है। फाइबर से बेहतर पाचन होता है और कब्ज दूर होती है।

याददाश्त बढ़ाने मे मददगार

चैरी में मौजूद एंथोसियानिन याददाश्त बढ़ाने में मदद करता है। ये त्वचा को पोषण देने का काम भी करती है।

आंखों को रखे निरोग

चैरी में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। नियमित खाने से आंखों को फायदा पहुंचता है।

दिल को बनाता है दुरुस्त

आयरन, मैगनीज, जिंक, पोटेशियम तत्व चैरी में पाए जाते हैं। इसके साथ ही इसमें बीटा कैरोटीन भी होता है, जो दिल की बीमारी को दूर करने में मदद करता है।

कितनी खाएं चैरी

विशेषज्ञों के अनुसार एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए रोजाना 50 से 100 ग्राम चैरी पर्याप्त है। स्वास्थ्य लाभ के लिए इसे ज्यादा भी प्रयोग कर सकते हैं।

क्‍या कहते हैं आढ़तिये 

हिमाचल की चैरी आना शुरू हो गई है। ये सहालग में प्रयोग होती है और जूस, शेक कारोबारी भी लेकर जाते हैं।

दीपक, आढ़तिया

चैरी बहुत कम समय के लिए आती है। इसके डिमांड अधिक रहती है और कई चीजें में प्रयोग होती है।

गजेंद्र सिसौदिया, आढ़तिया 

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