कारतूस कांड: गाजियाबाद का शातिर गिरफ्तार, अमरोह के गैंग लीडर प्रतीक से जुड़े तार
दिल्ली में महंगे दामों में बेचता था कारतूस-अमरोहा के गैंग लीडर प्रतीक से जुड़े थे तार टूंडला जीआरपी ने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात से लाइनपार थाना क्षेत्र के दतौजी निवासी शादाब और उसके भाई सुल्तान को सात सौ कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया था।
आगरा, जागरण टीम। यूपी के अलावा अन्य राज्यों में अवैध कारतूस बेचने वाले नेटवर्क में शामिल गाजियाबाद के शातिर को जीआरपी ने गिरफ्तार किया है। पूर्व में जेल भेजे गए अमरोहा के गैंग लीडर प्रतीक सक्सेना से कारतूस खरीदकर दिल्ली में सप्लाई करता था। जीआरपी ने पूछताछ के बाद शातिर को जेल भेज दिया है। इससे पहले आधा दर्जन शातिर जेल भेजे जा चुके हैं।
टूंडला रेलवे स्टेशन से पकड़े थे दो भाई
बीते 22 अप्रैल को टूंडला रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से फिरोजाबाद के दतौजी निवासी सगे भाई शादाब और सुल्तान को सात सौ कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद अगले दिन जीआरपी ने अमरोहा से गैंग लीडर प्रतीक सक्सेना को गिरफ्तार किया और नेटवर्क में शामिल शातिरों के नाम सामने आने लगे। अमरोहा के हसनपुर का रहने वाले प्रतीक के पिता गन हाउस चलाता था। पकड़े गए शातिरों ने बताया था कि अमरोहा और मेरठ से खरीदे जाने वाले कारतूस बिहार और दिल्ली में ऊंचे दामों में बेचे जाते हैं।
बुधवार रात टूंडला जीआरपी ने प्लेटफार्म नंबर सात से आकिब अल्वी निवासी शालीमार गार्डन, थाना साहिबाबाद, गाजियाबाद को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। उसके पास से पांच कारतूस बरामद किए हैं। पूछताछ में बताया कि वह प्रतीक से कारतूस खरीदकर दिल्ली में बेचता था। वह ट्रेन पकड़ने को टूंडला आया था। एसआइ जवाहरलाल शर्मा का कहना है कि अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी को भी दबिशें दी जा रही हैं।
अब तक हाथ नहीं लगा बिहार का विक्की
सबसे पहले पकड़े गए शादाब ने बताया था कि वह बिहार के मुजफ्फरपुर में बहरिया बस स्टैंड निवासी विक्की को कारतूस सप्लाई करता था और सात सौ कारतूस उसी को देने के लिए ले जा रहा था। जीआरपी विक्की के संबंध में अब तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है।
ये भी पढ़ें...