विवि में साहब से मिलना है तो 12 बजे बाद आइए, लेटलतीफी पड़ रही भारी

- अधिकारियों के इंतजार में बैठे रहते हैं छात्र - सोमवार को साढे़ 12 बजे तक कार्यालय में नहीं थे अधिकारी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Dec 2018 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2018 06:30 AM (IST)
विवि में साहब से मिलना है तो 12 बजे बाद आइए, लेटलतीफी पड़ रही भारी
विवि में साहब से मिलना है तो 12 बजे बाद आइए, लेटलतीफी पड़ रही भारी

आगरा, जागरण संवाददाता। दोपहर के 12 बजकर 30 मिनट हो रहे थे। विवि में परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में छात्रों की भीड़ थी, लेकिन साहब की कुर्सी खाली थी। छात्र परेशान थे तो अपनी बात रखने के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंच गए। यहां पर बैठे गार्ड ने बताया कि साहब अभी आए नहीं हैं।

आंबेडकर विवि भले ही सुबह दस बजे खुल जाता है, लेकिन यहां पर काम 11 के बाद ही शुरू होता है। गिने-चुने लोगों को छोड़ दें तो कोई भी समय से नहीं आता है। सोमवार को सप्ताह का पहला दिन था। ऐसे में सुबह से ही छात्रों की भीड़ लगना शुरू हो गई थी। सुबह 10 बजे से छात्र पास बनवाने के लिए लाइन में लग गए थे। पास बनवाने के बाद परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पहुंचे। यहां पर साहब का केबिन खाली पड़ा था। थोड़ी देर बाद उनके केबिन में एक कर्मचारी आ गए। छात्र उनको समस्या बताने लगे तो उन्होंने थोड़ी देर बाद परीक्षा नियंत्रक के आने की बात कही। 12 बजे परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर भी छात्रों की लाइन लग गई थी। मगर, साहब के कार्यालय में न होने के कारण छात्र अपनी समस्या बताने रजिस्ट्रार के पास पहुंचे। कार्यालय के बाहर बैठे गार्ड ने बताया कि अभी साहब नहीं आए हैं। इसके बाद छात्र कार्यालय के बाहर पेड़ के नीचे बैठ गए। साढे़ 12 बजे तक अधिकारियों के इंतजार में परेशान छात्रों की भीड़ लग गई थी। मैनपुरी से आए छात्र अंशुल ने बताया कि वह तीसरी बार आए हैं, लेकिन कभी समय पर अधिकारी मिले ही नहीं। अलीगढ़ से आए दीपक का कहना था कि सुबह 11 बजे से इंतजार कर रहे हैं, कोई भी अधिकारी नहीं है। 12:50 पर आए कुलसचिव

अधिकारियों की राह देख रहे छात्रों का इंतजार दोपहर 12 बजकर 50 मिनट पर समाप्त हुआ, जब कुलसचिव अपने कार्यालय पहुंचे। उनके आने के बाद छात्र भी उनके पीछे-पीछे चल दिए। कुलपति भी कम आते हैं विवि

दोनों अधिकारियों के न मिलने पर जब छात्र कुलपति से मिलने पहुंचते हैं तो वहां पता चलता है कि कुलपति कैंप कार्यालय खंदारी परिसर में मिलेंगे। वह यहां पर कम ही बैठते हैं। यह जवाब सुनने के बाद छात्र फिर पेड़ के नीचे आकर बैठ जाते हैं। हम तो अधिकारियों से पहले आ रहे हैं

विवि के अधिकांश कर्मचारी लेटलतीफ हैं। 11 बजे तक ही विवि में कर्मचारी अपनी सीट संभालते हैं। कर्मचारियों का कहना है कि हमारे अधिकारी तो दोपहर में आते हैं। अगर वह समय से आ जाएं तो हम भी सुधर जाएं। फिर भी कर्मचारी अधिकारियों से पहले आ रहे हैं।

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