रोड शो में भिड़े सपाई, चले लात-घूंसे

By Edited By: Publish:Wed, 23 Apr 2014 03:28 PM (IST) Updated:Wed, 23 Apr 2014 03:28 PM (IST)
रोड शो में भिड़े सपाई, चले लात-घूंसे

जागरण संवाददाता, आगरा: समाजवादी पार्टी प्रत्याशी महाराज सिंह धनगर के प्रचार के आखिरी चरण में सपाई ही भिड़ गए। काफिले की एक गाड़ी से मंगलवार को तीन-चार कार्यकर्ता गिर गए। इससे गुस्साये कुछ कार्यकर्ताओं ने पार्षद से हाथापाई कर दी। यहां मामला निपटने के बाद प्रत्याशी के घर रोड शो खत्म हुआ, तो कुछ कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने गाली-गलौच और हाथापाई हुई।

चुनाव प्रचार के अंतिम दिन महाराज सिंह का रोड शो था। करीब दस गाड़ियों का काफिला नगला कमाल खां से शुरू हुआ। प्रत्याशी सहित सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मिनी ट्रक में सवार थे। सूत्रों के मुताबिक, देवरी रोड पर एक गड्ढे के झटके से लोहामंडी क्षेत्र के तीन-चार कार्यकर्ता गाड़ी से गिर गए। इस पर क्षेत्रीय पार्षद राजपाल यादव दौड़ कर उन्हें उठाने पहुंचे। तभी पार्टी के ही कुछ कार्यकर्ताओं ने भेदभाव के आरोप लगा पार्षद से मारपीट शुरू कर दी। तब तक वरिष्ठ पदाधिकारी भी पहुंच गए। घायल हाजी फरीद को इलाज को भर्ती करा दिया।

फिर रोड शो शुरू हुआ, जो जगह-जगह घूमते हुए शाम पांच बजे प्रत्याशी महाराज सिंह के बोदला स्थित आवास पर समाप्त हुआ। बताया गया है कि लोकसभा प्रभारी अरशद आबिद कुरैशी, प्रत्याशी महाराज सिंह, मेयर इंद्रजीत आर्य, राज्य मंत्री अंजुला माहौर घर में अंदर चले गए। वहीं, शहर के पदाधिकारी और कुछ कार्यकर्ता गली के बाहर की ओर चले गए। तभी वही कार्यकर्ता फिर धनगर के घर के सामने पहुंच गए, जिन्होंने दिन में पार्षद से मारपीट की। इन कार्यकर्ताओं ने फिर वैसे ही आरोप लगा कर कुछ पदाधिकारियों से गाली-गलौच शुरू कर दी। प्रत्याशी के बेटे और भतीजे आए तो उनसे भी हाथापाई शुरू कर दी। लोकसभा प्रभारी अरशद आबिद कुरैशी बीच-बचाव कराने आए, तो उनसे भी अभद्रता कर दी। तभी कुछ पदाधिकारियों के गनर आगे आए। वहां से महिला पदाधिकारियों को सुरक्षित निकाल कर शांत कराया।

'मैं घर में था, तब कुछ कार्यकर्ता आपस में झगड़ रहे थे। अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। मैंने समझा कर मामला शांत करा दिया। पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंपी जाएगी।'

अरशद आबिद कुरैशी

लोकसभा प्रभारी, आगरा लोकसभा

'मेरे क्षेत्र के कार्यकर्ता गाड़ी से गिरे थे, इसलिए मैं उन्हें उठाने गया था। कुछ कार्यकर्ता चालक से मारपीट कर रहे थे। मैं उसे बचा रहा था। गलतफहमी में मुझसे अभद्रता की। पता चलने पर वह पीछे हट गए।'

राजपाल यादव

सपा पार्षद

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