UPI ऐप के जरिए हैकर्स ने SBI अकाउंट से चुराए 6.8 लाख रुपये, पढ़ें पूरा मामला

इस मामले की शिकायत मोहन लाल ने सेक्टर 20 पुलिस थाने में की है। यह मामला साइबर सेल को सौंप दिया गया है

By Shilpa Srivastava Edited By: Publish:Mon, 10 Dec 2018 09:47 AM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2018 08:11 AM (IST)
UPI ऐप के जरिए हैकर्स ने SBI अकाउंट से चुराए 6.8 लाख रुपये, पढ़ें पूरा मामला
UPI ऐप के जरिए हैकर्स ने SBI अकाउंट से चुराए 6.8 लाख रुपये, पढ़ें पूरा मामला

नई दिल्ली (टेक डेस्क)। आजकल ऑनलाइन लेन-देन में धोखाधड़ी के कई मामले सामने आ रहे हैं। अब एक और नया मामला सामने आया है जहां राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के नोएडा में UPI ऐप के जरिये एक व्यक्ति के खाते से 6.80 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई है। इन व्यक्ति का नाम मोहन लाल है। इस मामले की शिकायत मोहन लाल ने सेक्टर 20 पुलिस थाने में की है। यह मामला साइबर सेल को सौंप दिया गया है।

जानें क्या है मामला:

मोहन लाला ने बताया कि करीब दो महिने पहले हैकर्स ने उनके SBI अकाउंट से पैसा UPI ऐप के जरिये ट्रांसफर किया। जब वो 4 दिसंबर को पैसे निकालने एटीएम गए तो उनके अकाउंट में पैसा कम मिला। इसके बाद मोहन लाल ने सेक्टर 2 स्थित के बैंक के ब्रांच में जाकर शिकायत की तो बैंक ने बताया कि उनके अकाउंट से 29 सितंबर से अब तक 7 बार पैसा ट्रांसफर किया जा चुका है। इस लेन-देन का मोहन लाल को पता नहीं चला क्योंकि उनके पास फोन नहीं है।

साइबर सेल कर रही जांच:

साइबर सेल इस मामले की जांच में जुट गई है। एक अधिकारी ने बताया कि UPI ऐप के जरिये किसी के साथ भी धोखा हो सकता है। हैकर्स डुप्लीकेट सिम का इस्तेमाल कर ऐसा कर रहे हैं। वो वास्तविक सिम को ब्लॉक कर देते हैं और नया कनेक्शन लेने के बाद UPI ऐप को डाउनलोड करते हैं और फिर बैंक अकाउंट की डिटेल्स को रजिस्टर करते हैं। इसके बाद ही पैसे ट्रांसफर किया जाता है।

इससे पहले सिम स्वाइप फ्रॉड्स की घटना भी सामने आई थी। इसी वर्ष जुलाई में दिल्ली के एक व्यक्ति के अकाउंट से सिम स्वाइप फ्रॉड के तहत 13 लाख रुपये चुरा लिए गए। अब एक नया मामला सामने आया है जिसमें पुणे के एक व्यक्ति के अकाउंट से 93.5 लाख रुपये चुरा लिए गए।

जानें पूरा मामला:

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे के एक व्यक्ति दिनेश कुकरेजा के पास एयरटेल से कॉल आया। यह एक फेक कॉल था। कॉल करने वाले व्यक्ति ने कुकरेजा से कहा कि अगर उन्होंने अपने सिम कार्ड की जानकारी उनके साथ शेयर नहीं की तो उनका सिम कार्ड डिएक्टिवेट हो जाएगा। इसके बाद कुकरेजा ने सिम कार्ड की सभी जानकारी उस व्यक्ति को दे दी। जिस सिम की जानकारी दी गई वो उनके बैंक अकाउंट से लिंक था। खबर की पूरी जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।

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