जानें एंड्रॉइड P से जुड़ी 5 महत्वपूर्ण बातें जो इसे बनाता है सबसे बेहतर ऑपरेटिंग सिस्टम

Google I/O 2018 में कंपनी ने गूगल के नए ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉइड P से पर्दा हटाया है

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 10 May 2018 03:42 PM (IST) Updated:Fri, 11 May 2018 01:21 PM (IST)
जानें एंड्रॉइड P से जुड़ी 5 महत्वपूर्ण बातें जो इसे बनाता है सबसे बेहतर ऑपरेटिंग सिस्टम
जानें एंड्रॉइड P से जुड़ी 5 महत्वपूर्ण बातें जो इसे बनाता है सबसे बेहतर ऑपरेटिंग सिस्टम

नई दिल्ली (टेक डेस्क)। गूगल ने अपने वार्षिक डेवलपर्स कांफ्रेंस Google I/O 2018 में नए ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉइड P को लॉन्च करने का ऐलान किया है। जानकारों की मानें तो गूगल का यह नया ऑपरेटिंग सिस्टम से काफी अलग होगा। गूगल ने फिलहाल इस ऑपरेटिंग सिस्टम का बीटा वर्जन अपने पार्टनर ब्रांड के स्मार्टफोन में आसान अपडेट के साथ पेश किया है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में कई जबरदस्त फीचर्स दिये गये हैं। हालांकि गूगल ने फिलहाल इस ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी फीचर्स को रिवील नहीं किया है, लेकिन इसके नॉच और प्राइवेसी रिस्ट्रिक्शन जैसे फीचर्स कमाल हैं। आइए जानते हैं वो कौन सी पांच महत्वपूर्ण बातें है जिनकी वजह से इसे अब तक का सबसे अच्छा ऑपरेटिंग सिस्टम बताया जा रहा है।

प्रदर्शन (जेस्चर)सबसे पहले हम इस ऑपरेटिंग सिस्टम के लुक या प्रदर्शन की बात करते हैं। इसके जेस्चर की बात करें तो पहली बार एंड्रॉइड के होम बटन को रिप्लेस करके छोटे से हैंडल को लगाया गया है। साथ ही इसका एप स्वीचर आइफोन एक्स की तरह ही होरिजोनटली स्क्रॉल होता है। यानी की यह नया फीचर एंड्रॉइड यूजर्स को जरूर आकर्षक लगेगा। गूगल का मुख्य फोकस नए फीचर्स के जरिए यूजर्स के लिए स्मार्टफोन मैनेजमेंट ज्यादा सुविधाजनक बनाने पर है।

एडेप्टिव बैटरी और एडेप्टिव ब्राइटनेस फीचर : इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम में गूगल ने एडेप्टिव बैटरी और एडेप्टिव ब्राइटनेस फीचर्स दिया है। एडेप्टिव बैटरी फीचर्स के जरिए स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ बेहतर बनाने पर जोर दिया गया है। नया ऑपरेटिंग सिस्टम स्मार्टफोन के बैटरी लाइफ के साथ सीपीयू परफार्मेंस भी सुधारने का काम करेगा। इस फीचर के जरिए उन फीचर्स पर ध्यान दिया जाएगा जिसका यूजर्स कम इस्तेमाल करते हैं। जिसकी वजह से बैकग्राउंड में चलने वाले एप को ऑपरेटिंग सिस्टम स्वत: बंद कर देगा, जिसकी वजह से इसकी बैटरी लाइफ बचाई जा सकेगी। वहीं एडेप्टिल ब्राइटनेस फीचर्स की बात करें तो यह ऑपरेटिंग सिस्टम स्मार्टफोन के बैटरी को ऑटोमैटिकली एडजस्ट कर सकेगा। साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए यह पता लगा सकेगा कि यूजर्स अलग-अलग लाइट कंडीशन में स्मार्टफोन की ब्राइटनेस कैसी रखता है। जिसकी वजह से यह स्मार्टफोन के ब्राइटनेस को ऑटोमैटिकली एडजस्ट कर सकेगा।

नए गूगल असिस्टेंस फीचर से होगा लैस : गूगल ने इस कांफ्रेंस में अपने नए गूगल असिसटेंस के बारे में घोषणा करते हुए बताया कि इसके कुथ फीचर्स इसी महीने के अंत तक एंड्रॉइड डिवाइस पर जोड़े जाएंगे वहीं अपग्रेडेड गूगल असिस्टेंस साल के अंत तक काम करना शुरू कर देगा। इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम गूगल असिस्टेंस से लैस होगा। जिसके जरिए आप अपने स्मार्टफोन से इंसानों की तरह ही वार्तालाप कर सकेगें। इसके लिए गूगल ने 6 नई आवाजें भी जोड़े हैं।

एप के लिए सेट कर सकेंगे टाइम लिमिट : गूगल के इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम के जरिए आप एप के इस्तेमाल की टाइम लिमिट सेट कर सकेंगे। अगर यूजर्स किसी एप पर ज्यादा टाइम बिताएगा तो यह ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर्स को बताएगा कि आपने इस एप पर इतना समय बिताया है जो यूजर्स को टाइम मैनेजमेंट करने की सहूलियत प्रदान करेगा।

डू नॉट डिस्टर्ब मोड : वैसे तो डू नॉट डिस्टर्ब मोड एंड्रॉइड ओरियो में भी पहले से दिया गया है लेकिन इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम में इसे और भी बेहतर बनाया गया है। इस मोड के जरिए आप अपने कॉन्टेक्ट को स्टार कर सकते हैं। स्टार किये गये कॉन्टेक्ट्स के अलावा और कोई भी न तो आपको कॉल कर सकेगा न ही मैसेज भेज पाएगा। इसके अलावा इस मोड में एप के नोटिफिकेशन्स भी नहीं आएंगे। अगर आप छुट्टी पर हैं या किसी मीटिंग में हैं तो इस मोड को इनेबल करने के बाद केवल जरूरी के कॉल्स ही आपके पास आ पाएगें।

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