मेरा संगरूर मुहिम के तहत अस्प्ताल की हालत सुधारने का संकल्प

संवाद सूत्र संगरूर सिविल अस्पताल संगरूर में मरीजों इमरजेंसी के लिए सुविधाओं की कमी पूरी की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 10:46 PM (IST) Updated:Mon, 21 Sep 2020 10:46 PM (IST)
मेरा संगरूर मुहिम के तहत अस्प्ताल की हालत सुधारने का संकल्प
मेरा संगरूर मुहिम के तहत अस्प्ताल की हालत सुधारने का संकल्प

संवाद सूत्र, संगरूर : सिविल अस्पताल संगरूर में मरीजों, इमरजेंसी के लिए सुविधाओं की कमी व बुनियादी ढांचे की कमी को देखते हुए मेरा संगरूर मुहिम के तहत अस्प्ताल की हालत सुधारने के लिए कदम उठाया जा रहा हैं। जिसमें पंजाब सरकार व जिला प्रशासन को सिविल अस्पताल संगरूर में जरूरी सुविधाएं पूरा करने को कहा जाएगा। जिसके तहत जतिदर कालड़ा संयोजक मेरा संगरूर मुहिम, स्वामी रविदर गुप्ता, हरजीत सिंह ढींगरा सहित वफद के रूप में एसएमओ डॉ. बलवंत सिंह को मिलकर अस्पताल में कमियों संबंधी जानकारी हासिल की गई। वफद द्वारा अस्पताल में डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ की मंजूरशुदा पदों, मौजूदा डाक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ की जानकारी, काम करने के घंटो, ओपीडी संबंधी जाकारी देने हेतु आवेदन पत्र सौंपा गया। कालड़ा ने बताया कि अस्पताल में सीटी स्कैन, आइसीयू ट्रामा वार्ड आदि की सुविधा नहीं है। यहां तक कि आयुष्मान योजना के केस भी रैफर किए जाते हैं। इस अस्पताल में सबसे बड़ी कमी आइसीयू युनिट की है। जिसके तहत गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों के वारिस पटियाला-लुधियाना व चंडीगढ़ के प्राइवेट अस्पतालों में जाने को मजबूर होते है। संगरूर सिविल अस्पताल में फ्री या सस्ता इलाज करवाने हेतु दूर से आने वाले मरीजों को अस्पताल में सीटी स्कैन न होने से निजी स्कैन सेटरों से महंगे स्कैन करवाने पड़ते हैं। अस्पताल में मौजूद अल्ट्रासाउड मशीन चलाने के लिए भी पक्के तौर पर डॉक्टर की नियुक्ति न होने से लोग बाहर से अल्ट्रासाउंड करवाने को मजबूर हैं। दवा भी बाहर से ही लेनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल को अच्छे ढांचे में तब्दील करने के लिए एक विशेष प्रयास किया जाएगा।

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