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    अहंकार, क्रोध व लोभ हमारे सबसे बड़े शत्रु

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 19 Jan 2022 05:23 PM (IST)

    समीपवर्ती परम लोक आश्रम दड़ौली में आयोजित श्री राम कथा का धार्मिक कार्यक्रम बुधवार को छठे दिन भी जारी रहा। ...और पढ़ें

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    अहंकार, क्रोध व लोभ हमारे सबसे बड़े शत्रु

    जागरण संवाददाता, नंगल: समीपवर्ती परम लोक आश्रम दड़ौली में आयोजित श्री राम कथा का धार्मिक कार्यक्रम बुधवार को छठे दिन भी जारी रहा। वेद ग्रंथों के प्रेरणा प्रसंगों से भक्तजनों का अध्यात्मिक मार्गदर्शन करते हुए आश्रम के संचालक स्वामी कृपाला नंद महाराज ने कहा कि अहंकार, क्रोध, मोह, लोभ व काम हमारे शत्रु हैं। यही हमारे विनाश का कारण बनते हैं। सनातन संस्कृति को दुनिया की सर्वोच्च पद्धति का प्रभुत्व बताते हुए उन्होंने श्रीराम कथा के माध्यम से स्पष्ट किया कि सोच-समझ कर किया गया कोई भी कार्य अंतत: सफल होता है। जिस प्राणी का ईश्वर के साथ संबंध है, उसका संसार के साथ नहीं। जिसे मृत्यु की चिता है, उसी के कदम ईश्वर प्राप्ति की ओर बढ़ सकेंगे। श्री राम के जीवनकाल का वर्णन करते हुए कहा कि प्राणी को कभी भी अपने धर्म को छोड़कर अन्य धर्म को नहीं अपनाना चाहिए। धर्म की रक्षा हर हाल में करनी होगी। उन्होंने कहा कि पंजाब के संतों की ओर से शुरू किए गए धर्म बचाओ मोर्चा के हस्ताक्षर अभियान में बढ़-चढ़कर सहयोग देना होगा। 20 जनवरी तक चलने वाले धार्मिक कार्यक्रम में योगाचार्य आरएस राणा, करनैल शर्मा , मधु बाला, सुखदेव फौजी, समता नंद पुरी, राम चंद्र, मलकीत सिंह, महेंद्र पाल, मदन लाल, कमलेश रानी, मनमोहन परमार, प्रेम भारद्वाज आदि ने भी सहयोग देते हुए संतजनों के प्रवचनों का अमृतपान किया। गो माता की पूजा कर दोहराया सेवा का संकल्प

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    फोटो 19 एनजीएल 6 में है। धार्मिक कार्यक्रम के दौरान गो माता की भी पूजा अर्चना की गई। इस दौरान स्वामी कृपाला नंद महाराज ने कहा कि सभी को गो माता की सेवा में बढ़-चढ़कर आगे आना होगा। गो माता को हिदू धर्म में मां का दर्जा दिया गया है। इस दौरान भारत विकास परिषद के प्रांतीय सचिव केके सूद, योगाचार्य आरएस राणा आदि ने कहा कि पूज्यश्री की ओर से आश्रम में गो माता की सेवा के लिए जारी प्रयासों तथा इस सेवा के बारे लोगों का मार्गदर्शन करने का प्रकल्प सराहनीय है। सभी को गोधन के संरक्षण के लिए जरूर बढ़-चढ़कर सहयोग देना चाहिए।