यूजीसी ग्राट में गड़बड़ी का मामला : सात सस्पेंड व तीन काट्रैक्ट कर्मचारियों का कांट्रैक्ट खत्म

यूजीसी ग्राट में गड़बड़ी के मामले को लेकर पंजाबी यूनिवíसटी ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 11:59 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 11:59 PM (IST)
यूजीसी ग्राट में गड़बड़ी का मामला : सात सस्पेंड व तीन काट्रैक्ट कर्मचारियों का कांट्रैक्ट खत्म
यूजीसी ग्राट में गड़बड़ी का मामला : सात सस्पेंड व तीन काट्रैक्ट कर्मचारियों का कांट्रैक्ट खत्म

जागरण संवाददाता, पटियाला : यूजीसी ग्राट में गड़बड़ी के मामले को लेकर पंजाबी यूनिवíसटी ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की। पिछले दिनों से मामले की चल रही जांच पड़ताल में सामने आया कि निशु चौधरी सहित अन्य कर्मचारियों ने लाखों रुपये का गबन किया है। इस संबंध में वाइस चासलर प्रो. अरविंद ने यूनिवíसटी के 10 कर्मचारियों पर कार्रवाई की है। इनमें से तीन काट्रैक्ट योगेश, नवीन व सुखदीप का कंट्रैक्ट खत्म कर दिया गया। वहीं, सात रेगुलर कर्मचारियों, जिनमें सिस्टम एनैलेसिस हरप्रीत सिंह, सीनियर सहायक परमिंदर सिंह व गुरमुख सिंह, तकनीकी सहायक भूपिंदर सिंह, क्लर्क नरिंदर, दलीप व लवप्रीत को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही चार्जशिट करने के लिए कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। इससे पहले यूनिवíसटी द्वारा छह मुलाजिमों पर पूर्व में कार्रवाई की जा चुकी है। इनमें से तीन मुलाजिम थे और तीन बाहरी थे।

जानकारी के अनुसार मामले का मुख्य आरोपित निशु चौधरी सहित जतिंदर सिंह, अकाशदीप, सानू व निशा शर्मा अब भी पुलिस गिरफत से बाहर चल रहा हैं। डेढ़ महीने में पुलिस सिर्फ एक आरोपित को ही पकड़ पाई है। बता दें कि दैनिक जागरण द्वारा खबर प्रकाशित करके ये पहले ही जता दिया गया था कि यूनिवíसटी प्रशासन 10 लोगों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। ये है मामला

जानकारी के अनुसार करीब डेढ़ माह पहले यूनिवíसटी में यूजीसी की ग्राट में गड़बड़ी का मामला सामने आया था। इस मामले के मुख्य आरोपित सीनियर सहायक निशु चौधरी ने जाली बिल, मुहर व हस्ताक्षार करके ग्राट के पैसे को अन्य मुलाजिम व यूनिवíसटी से बाहरी लोगों के खाते में पैसे डलवाए। बता दें कि अर्बन एस्टेट के इलाके में स्थित एक जिम ट्रेनर के खाते में 47 लाख रुपये डाले गए थे। मामला सामने आने के बाद यूनिवíसटी द्वारा पुलिस को शिकायत करके व्यक्तियों के नाम पुलिस को दिए गए थे। जिसके बाद पुलिस द्वारा मामले से संबधित लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। इस बारे में एसएसपी संदीप गर्ग का कहना है कि मामले का जिम ट्रेनर को गिरफ्तार किया जा चुका है और बाकियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यूनिवíसटी में भ्रष्टाचारियों के लिए जगह नहीं : वीसी

घपले के आरोपित मुलाजिमों पर कार्रवाई की पुष्टि करते हुए वीसी प्रो. अरविंद ने कहा कि एडहाक पर काम करने वाले तीन मुलाजिमों को बर्खास्त कर दिया गया है और सात रेगुलर कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाबी यूनिवíसटी में भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों के लिए कोई जगह नहीं है। भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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