Punjab News: पीएम की रैली में जा रहे हंसराज हंस को किसानों ने घेरा, पुलिस भी नहीं कर पाई काबू; गाड़ी का तोड़ डाला शीशा
पीएम मोदी के पटियाला दौरे पर फरीदकोट से भाजपा उम्मीदवार हंसराज हंस (Hans raj Hans) को उस दौरान किसानों के विद्रोह का सामना करना पड़ा जब वह रैली में जा रहे थे। किसानों ने हंस राज हंस को घेर लिया। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने किसानों को हटाने की काफी कोशिश की पर किसान नहीं हटे। गनीमत रही कि गाड़ी में बैठे हंसराज हंस को कोई चोट नहीं आई।
जागरण संवाददाता, पटियाला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली के विरोध में संगरूर रोड स्थित पसियाना चौकी के पास धरना लगाए बैठे किसानों ने वहां से रैली के लिए जा रहे फरीदकोट से भाजपा प्रत्याशी हंस राज हंस की गाड़ी को घेर लिया।
इस दौरान पुलिस कर्मियों ने किसानों को हटाने की काफी कोशिश की, पर किसान नहीं हटे। इसके बाद एसएसपी वरुण शर्मा, आइजी हरचरन सिंह भुल्लर मौके पर पहुंचे और करीब एक घंटे बाद हंस राज हंस की गाड़ी को वहां से निकाला। इस दौरान किसी किसान ने डंडा मार हंस की गाड़ी का पिछला शीश तोड़ दिया, गनीमत रही कि गाड़ी में बैठे हंसराज हंस को कोई चोट नहीं आई।
टोल प्लाजा पर किसानों ने भाजपा वर्करों की दो दर्जन बसें रोकीं
प्रधानमंत्री की पटियाला में रैली का प्रतीकात्मक विरोध करने की घोषणा करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनतीकि) ने वीरवार जिले में कुछ स्थानों पर धरना देकर न केवल रैली स्थल पर जा रहे वाहनों को बल्कि दूसरे वाहनों को भी आगे नहीं जाने दिया। किसानों की ओर से इस तरह रोड जाम करने पर आनन-फानन में पुलिस ने रूट डायवर्ट कर वाहनों को निकाला।
राजपुरा रोड पर स्थित गांव धरेड़ी जट्टां टोल प्लाजा, सरहिंद रोड हेमकुंट पेट्रोल पंप और संगरूर रोड पर पसियाना चौकी के नजदीक तनावपूर्ण स्थिति बनी रही।
बता दें कि शंभू धरने पर बैठे किसान मजूदर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के सदस्य सुबह 11 बजे शंभू से पटियाला रवाना हो गए थे। राजपुरा रोड स्थित गांव धरेड़ी जट्टां के पास टोल प्लाजा पर पंजाब पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों ने उनको रोक दिया। इस दौरान दोनों के बीच हल्की धक्का-मुक्की हुई, लेकिन किसानों को पटियाला की ओर बढ़ने नहीं दिया गया।
उगराहां गुट ने डीसी कार्यालय के सामने दिया धरना
भारतीय किसान यूनियन उगराहां ने रैली के विरोध में डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के सामने धरना दिया। हालांकि यूनियन ने पहले ही घोषणा की थी वे रैली वाली जगह पर नहीं जाएंगे, बावजूद इसके पुलिस प्रशासन द्वारा काफी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात रखा, ताकि किसान यहां से आगे न बढ़ सकें। वहीं, कीर्ति किसान यूनियन ने प्रधानमंत्री की रैली के विरोध में जिले में पांच जगहों पर प्रदर्शन किया।
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