Yoga For Thyroid : थायराइड से हैं परेशान तो ये 4 योग हैं बेहद फायदेमंद, आज से ही शुरू करें अभ्यास

आज की अनियमित जीवन शैली से हमें काफी बीमारियों का सामना करना पड़ता है ऐसी ही एक बीमारी थायरॉइड है। थायरॉइड दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। एवरेस्ट योगा इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर संजीव त्यागी ने कहा कि थायराइड से परेशान लोग योग से ठीक हो सकते हैं।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Mon, 15 Nov 2021 09:26 AM (IST) Updated:Mon, 15 Nov 2021 09:26 AM (IST)
Yoga For Thyroid : थायराइड से हैं परेशान तो ये 4 योग हैं बेहद फायदेमंद, आज से ही शुरू करें अभ्यास
थायराइड से छुटकारा पाने के लिए योग करें।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। योग जीवन जीने की एक कला है जो शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ रखता है आज की अनियमित जीवन शैली से हमें काफी बीमारियों का सामना करना पड़ता है ऐसी ही एक बीमारी थायरॉइड है। थायरॉइड एक ऐसी बीमारी है, जो दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। थायराइड गर्दन में पाई जाने वाली एक ग्रंथि है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने का काम करती है। जब थायराइड ग्रंथि ज्यादा थायरॉक्सिन हार्मोन को पैदा करने लगती है तो इंसान कई परेशानियों का शिकार हो जाता है। एवरेस्ट योगा इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर संजीव त्यागी का कहना है कि थायराइड की समस्या से परेशान लोगों के लिए योग के द्वारा ठीक किया जा सकता है।

आसनों को करने की विधि

आसनों से पहले नियमित सुक्ष्म क्रियाओं का अभ्यास जरूर करें। आसन के दौरान आंतरिक कुंभक बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन यदि आपको सर्वाइकल की भी समस्या हो तो गर्दन को बहुत ज्यादा छाती की ओर ना करें, यदि आप नये आभ्यासी हो तो आप अपनी क्षमता के अनुसार ही  करे ।

हस्ता उत्थानासन

यह आसन खड़े हो कर किया जाता है सबसे पहले मेट पर सम स्थिति में खड़े हो जाएं दोनों पैरों में समान फासला रखें सांस लेते हुए अपने हाथों को कंधो के समानांतर से ऊपर ले जाएं और अपने हाथों, कंधों और कमर को उपर की ओर खींचते हुए नितम्ब को आगे करतें हुए हाथों को पीछे ले जाएं व गर्दन को पीछे की ओर झुका दें और श्वास प्रश्वास करते रहें ओर आसन में 15 से 20 सेकंड तक बने रहें फिर धीरे धीरे वापिस आ जाएं और पादहस्तासन में थोड़ा आराम करें। अगर सर्वाइकल की समस्या , कमर दर्द हो तो हाथों को कमर पर रख कर आसन करे ।

उष्ट्रासन

यह आसन घुटनों के बल किया जाता है इसके लिए  सबसे पहले मैट  पर अपने घुटनों के बल खड़े हों , दोनों घुटनों ओर पैरों में नितम्ब जितना फासला लें दोनों हाथों को कमर पर रखें , सांस भरते हुए हाथों से अपने नितम्ब को आगे करें ओर सांस छोड़ते हुए गर्दन को पीछे की ओर मोड़ें, ओर धीरे धीरे श्वास प्रश्वास करते रहें ओर आसन में 20 से 30 सेकंड तक बने रहें ओर इसके बाद बालासन में विश्राम करें। यह आसन पेट व कमर के लिए बहुत अच्छा आसन है जो पेट के अंगों में खिंचाव देता है।

सेतु बंधासन

यह आसन भी लेट कर किया जाता है मेट पर सीधा लेट जाएं अब दोनों पैरों को मोड़ लें और नितम्बो के पास रखें दोनों पैरों में नितम्ब जितना फासला ही रखें। दोनों हाथों को नितम्ब के बगल में रखें अब सांस लेते हुए अपने नितम्ब को उपर की ओर उठाएं व थोडी को छाती से लगाएं और धीरे धीरे सांस लेते व छोड़ते हुए आसन में 30 सेकंड तक बने रहें। यह आसन कमर , पेट के लिए भी बहुत अच्छा आसन है।

सिंहासन

सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाएं अब दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रख दें। लंबी सांस लेते हुए और सांस छोड़ते हुए अपनी  जीभ को बाहर निकालते हुए सिंह की तरह गरजाते हुए गर्दन को नीचे करें। फिर सांस लेते हुए वापिस आएं और फिर से इसका अभ्यास करें। इसे आप 5 से 10 बार कर सकते हैं यह चेहरे , आंखों व गर्दन के लिए बहुत ही अच्छा आसन है।

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